Chhapra : दिल्ली के वसंत कुंज के रंगपुरी गांव में पिता ने अपनी चार दिव्यांग बेटियों के साथ आत्महत्या कर ली. सभी का शव किराये के मकान से बरामद हुआ है. शव पूरी तरह सड़-गल चुका है. मृतक की पहचान सारण जिले के मशरक गांव निवासी हीरालाल और उसकी चार बेटियों निधि, नीलू, नीरा और नीति के रूप में हुई है. सभी की उम्र आठ से 18 साल के बीच है. पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और आगे की कार्रवाई में जुटी है. पुलिस को घटनास्थल से सुसाइड नोट नहीं मिला है. हालांकि वहां से सल्फास के पैकेट पड़े मिले हैं. इधर इस घटना के बाद गांव में मातम पसर गया है.
गांव वालों के अनुसार, हीरालाल अपने परिवार के साथ दिल्ली में एक किराये के मकान में रहता था. वह मूल रूप से बिहार का रहने वाला था और दिल्ली में कारपेंटर का काम करता था. एक साल पहले हीरालाल की पत्नी सुनीता की कैंसर से मौत हो गयी थी. पत्नी की मौत के बाद हीरालाल अकेले घर का सारा काम करता था. साथ ही अपनी दिव्यांग बच्चियों का ख्याल भी रखता था. लेकिन वह अकेले सब कुछ नहीं संभाल पा रहा था. इसी से तंग आकर हीरालाल ने अपनी चारों बेटियों के साथ आत्महत्या कर ली.
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