Ranchi : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज 1500 पोस्ट ग्रेजुएट नवनियुक्त शिक्षकों को धुर्वा के प्रभात तारा मैदान में नियुक्ति पत्र सौंपा. कार्यक्रम के दौरान सीएम ने नवनियुक्त शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि, आज फिर से ये अवसर मिला है, यह पहला अवसर नहीं है इससे पहले भी ये विधानसभा नियुक्ति पत्र मिलता रहा है. अपलोग लंबे समय से इसका इंतजार कर रहे थे, आपके लिए भी और सरकार के लिए भी अहम दिन है. 20 हजार से पहले ही नियुक्ति पत्र दिया जा चुका है. हमलोग अभी तक 60 हजार से अधिक को नियुक्ति प्रदान दे चुके हैं. कई लोग झारखंड से बाहर भी नौकरी कर रहे हैं. विदेश में भी नौकरी कर रहे हैं. सीएम ने कहा हमारी सरकार बनी, हमने काम काज सभाला लेकिन कोरोना आ गया. न डॉक्टर थे, न अस्पताल और स्वास्थ्य सेवा का हाल ठीक नहीं था. इसके बाद भी हमलोग उस विपत्ती से लड़े. लोगों का न केवल लाए, बल्कि जीवन और जीविका दोनों को देखना था, मगर हम लड़ें और उबरे भी.
महिलाएं अपने बच्चों को सड़क पर जन्म देने को विवश थे. हमने कहीं अफरा-तफरी नहीं होने दिया, हमने पूरे देश को ऑक्सीजन की सप्लाई की. इसके बाद हमारे विरोधी षड्यंत्र में लग गए. क्योंकि उन्हें मेरा काम अच्छा नहीं लगा. वे घात लगाकर हमला करते हैं. मुझे जेल भी भेज दिया. मगर जाको राखे साइयां मार सके न कोई की तर्ज पर हम फिर बाहर आ गए. हम इनसे लड़ने में सक्षम हैं, जितना जोर लगाना है लगा लो.
आज देश की हालत क्या है, नौकरी खत्म की जा रही है. देश के खजाने का पैसा सबसे अधिक इस्तेमाल किया और कितना कम रोजगार दिए. कोरोना के समय जो उद्योग धंधे बंद हुए, आज तक नही, खुले. इससे आगे साएम ने एचईसी पर कहा, एचईसी की हालत क्या है, देख लिजिए. इसे बचाने का काम राज्य सरकार का नहीं है. हां अगर केंद हमें उसे सौंप दे तो हम फिर से इसे जीवित कर देंगे, फिर से 32000 लोगों को रोजगार देंगे. आज देश में रेल बिक रहा है एयरपोर्ट बिक रहा है. जिस देश का राजा व्यापारी होगा, उसकी जनता भिखारी ही होगी. आज यही हाल हमारे देश के राजा की है.
हेमंत सोरेन ने भाजपा को भी चुनौती देते हुए कहा कि इसी प्रभात तारा मैदान में आकर डिबेट कर लें, इन्होंने इतने सालों में क्या किया और मैंने क्या किया. कोर्ट के आदेश के बाद भी के इनकी उछलकूद बंद नहीं हुई है, फिर से शुरू हो गई है, मगर मैं भी तैयार हूं.
आज देश में कितने आदिवासी दलित आईएएस और आईपीएस बने हैं. अभी और स्कूल ऑफ एक्सीलेंस बनेंगे और भी शिक्षक की नियुक्ति होगी. स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के साथ-साथ टीचर ऑफ एक्सीलेंस दे रहे हैं इसलिए आप अब एक्सीलेंट स्टूडेंट बनाएं.
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