Ranchi : हिंदी भाषा देश को एकता के सूत्र में बांधती है. स्वतंत्रता के आंदोलन में भी हिंदी ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. 14 सितंबर 1949 को देश ने हिंदी को राष्ट्र भाषा और देवनागरी लिपि के रूप में अपनाया. यह विचार दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त अंजनी कुमार मिश्र ने व्यक्त किये. वे कचहरी रोड स्थित विकास भवन सभागार में शनिवार को हिंदी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे.
हिंदी दिवस समारोह का उद्घाटन आयुक्त अंजनी कुमार मिश्र ने किया
प्रमंडलीय राजभाषा दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल रांची और जिला प्रशासन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित कार्यक्रम हिंदी दिवस समारोह का उद्घाटन दक्षिणी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त अंजनी कुमार मिश्र ने किया. इस मौके पर उपनिदेशक राजभाषा गौतम कुमार, उप विकास आयुक्त दिनेश कुमार यादव और एसडीओ उत्कर्ष कुमार उपस्थित हुए.
स्वतंत्रता संग्राम में भी हिंदी ने अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी
आयुक्त ने कहा कि वर्ष 2011 के जनगणना के अनुसार हिंदी बोलने और समझने वाले लोगों की आबादी 69 प्रतिशत थी. उन्होंने उम्मीद जताई कि यह आंकड़ा वर्तमान समय में 75 प्रतिशत को पार कर गया होगा.
हिंदी अंतरात्मा की भाषा है : उपनिदेशक
उप विकास आयुक्त दिनेश कुमार यादव और उपनिदेशक राजभाषा गौतम कुमार ने कहा कि हिंदी भाषा एक दूसरे को जोड़ने का काम करती है. 14 सितंबर को हिंदी दिवस देश के साथ दुनिया के कई देशों में मनाया जाता है. उन्होंने कहा कि हिंदी अंतरात्मा की भाषा है.