NewDelhi : कांग्रेस ने मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात को लेकर आज प्रधानमंत्री मोदी पर तंज कसा. कहा कि इसकी 100वीं कड़ी को लेकर काफी हो-हल्ला मच रहा है, लेकिन चीन, अडानी, बढ़ती आर्थिक असमानता और पहलवानों के प्रदर्शन जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर यह मौन की बात है. नेशनल खबरों के लिए यहां क्लिक करें
आज फेकू मास्टर के लिए विशेष दिन है। मन की बात के 100वें एपिसोड की सूचना को बड़े ही धूमधाम से फैलाया जा रहा है। लेकिन मौन की बात है – चीन, अडानी, बढ़ती आर्थिक असमानता, आवश्यक वस्तुओं के बढ़ते दाम, जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले, महिला पहलवानों का अपमान, किसान संगठनों से किए गए वादों…
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) April 30, 2023
इस चुनाव के असल मुद्दे महंगाई, बेरोजगारी, विकास, 40% कमीशन हैं।
मोदी जी और BJP नेताओं का काम जनता को असली मुद्दों से भटकाना है।
वहीं, हमारे मुद्दे स्पष्ट हैं और ये जनता का चुनाव है।
: कर्नाटक के खानापूर में @priyankagandhi जी pic.twitter.com/hhCLf3AotS
— Congress (@INCIndia) April 30, 2023
बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी के मासिक रेडियो कार्यक्रम मन की बात की 100वीं कड़ी का आज रविवार को प्रसारण हुआ. केंद्रीय मंत्रियों सहित भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने देश-विदेश में विभिन्न जगहों पर प्रधानमंत्री के मन की बात सुनी. भाजपा ने कार्यक्रम की 100वीं कड़ी का प्रचार-प्रसार करने में कोई कोर-कसर बाकी नहीं रखी थी. कार्यक्रम का प्रसारण शुरू होने से ठीक पहले कांग्रेस के महासचिव जयराम रमेश ने ट्वीट किया,
आज फेंकूमास्टर स्पेशल है
आज फेंकूमास्टर स्पेशल है. मन की बात की 100वीं कड़ी को लेकर खूब हो-हल्ला हो रहा है. लेकिन यह चीन, अडानी, बढ़ी आर्थिक असमानता, जरूरत की चीजों की बढ़ती कीमतों, जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमले, महिला पहलवानों का अपमान, किसान संगठनों से वादा खिलाफी, कर्नाटक जैसे राज्यों में तथाकथित डबल इंजन की सरकार में भ्रष्टाचार, भाजपा के साथ ठगों के करीबी संबंध जैसे विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर यह मौन की बात है.
आईआईएम रोहतक ने मन की बात के प्रभाव पर मनगढ़ंत अध्ययन किया
जयराम रमेश ने लिखा, आईआईएम रोहतक ने मन की बात के प्रभाव पर मनगढ़ंत अध्ययन किया है, जबकि उसके निदेशक की शिक्षा पर शिक्षा मंत्रालय ने ही सवालिया निशान लगाये हैं. इसी क्रम में कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी पीएम मोदी पर तंज कसते हुए आरोप लगाया कि वह चीन की आक्रमकता, बेरोजगारी, महंगाई, गौतम अडानी, महिलाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं.