Ranchi : मास कम्युनिकेशन विभाग, रांची विश्वविद्यालय में 01 मई को भारतीय फिल्म के पितामह दादा फाल्के की जयंती मनाई गयी. इस अवसर पर निदेशक प्रो. डॉ. बी.पी. सिन्हा ने छात्रों को बताया कि आज भारतीय सिनेमा गोविंद धुंदीराज फाल्के जिन्हें दादा फाल्के कहते हैं का सदैव ऋणी रहेगा. उन्हीं के जज्बे जुनून से भारत में सिनेमा को इतना बड़ा मुकाम मिला है. उन्होंने बताया कि उनके सौवें जयंती के अवसर पर उनके सम्मान में भारतीय फिल्मों के सर्वोच्च सम्मान “दादा फाल्के पुरस्कार” देने की शुरुआत हुई.
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उपनिदेशक डॉ. विष्णु चरण महतो ने छात्रों से कहा कि सिनेमा जनसंचार का एक प्रभावी माध्यम है. भारत में सिनेमा के जनक दादा फाल्के की उपलब्धियों को हम हर वर्ष 30 अप्रैल को उनकी जयंती मनाकर सम्मान में याद करते हैं. शिक्षक मनोज शर्मा ने छात्रों को दादा फाल्के की जीवन पर बनी फिल्म “हरिश्चंद्राचा फैक्ट्री” फिल्म दिखायी. इस अवसर पर विभाग के शिक्षक संतोष उरांव, डॉ. संकर्षण परिपूर्णन, डॉ. सुशील रंजन, पूजा उरांव, पीएस तिवारी तथा सभी सत्रों के छात्र उपस्थित रहे.
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