MumbaI : शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने बढ़ते ट्रेन हादसों और रेलवे ट्रैक पर हो रही गड़बड़ियों के लिए भाजपा को ही जिम्मेदार ठहराया. उनका आरोप है कि चुनाव जीतने के लिए भाजपा शासित राज्य में कुछ भी हो सकता है. संजय राउत से मीडिया ने सवाल किया था कि, देश में ट्रेन हादसे के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. मध्यप्रदेश में जवानों को ले जा रही ट्रेन को निशाना बनाया गया. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कटाक्ष भरा सवाल किया… यह हादसा है या फिर कुछ और है?
संजय राउत ने कहा, पुलवामा हादसा तो आपको याद ही होगा : संजय राउत ने आगे कहा, पुलवामा हादसा तो आपको याद ही होगा. भाजपा शासित प्रदेशों में चुनाव जीतने के लिए कुछ भी हो सकता है. इस मामले में गृह मंत्री को जवाब देना चाहिए कि देश में बार-बार इस तरह की घटनाएं क्यों हो रही हैं? सरकार की ओर से अब तक पुलवामा मामले की जांच नहीं हो पायी है. अगर जवानों की ट्रेन को लेकर कोई हमला या हादसा होता है तो वहां की सरकार, गृह मंत्री, रेल मंत्री जिम्मेदार हैं. दरअसल, 22 सितंबर को ही एक ऐसी खबर सबके सामने आयी जिसने सबको परेशान कर दिया. पता चला कि नेपानगर में ट्रेन को डेटोनेटर से उड़ाने की कोशिश की गयी थी. घटना 18 सितंबर की है लेकिन इसका खुलासा 22 सितंबर को हुआ था.
चालक की समझदारी से बड़ा हादसा टल गया. : सुरक्षा एजेंसियां इसकी जांच में जुटी हैं. चालक की समझदारी से बड़ा हादसा टल गया. ट्रेन के आने से पहले ही कुछ डेटोनेटर में धमाका हुआ. जिससे ड्राइवर सचेत हो गया. ड्राइवर ने तुरंत ट्रेन रोककर स्टेशन मास्टर को सूचना दी. इस मामले की सूचना मिलते ही पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया. बता दें कि रविवार को कानपुर में भी ट्रेन को बेपटरी करने की साजिश नाकाम हुई थी. रेलवे, आरपीएफ के अधिकारियों को रेलवे की पटरी से एक गैस सिलेंडर मिला था. इस तरह की घटनाओं पर रेलवे की ओर से जानकारी दी गयी कि लगातार जांच की जा रही है. जांच में ऐसे लोगों को भी पकड़ा जा रहा है जो इस तरह की घटनाओं का अंजाम देने की कोशिश करते हैं.
कांग्रेस अच्छे दिन आने पर दलितों को करती है दरकिनार : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की सुप्रीमो मायावती ने सोमवार को कांग्रेस पर निशाना साधा. उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती का कहा है कि कांग्रेस बुरे दिन में दलितों को प्रमुख स्थान देती है और अच्छे दिन आने पर दरकिनार कर देती है.
1. देश में अभी तक के हुए राजनीतिक घटनाक्रमों से यह साबित होता है कि खासकर कांग्रेस व अन्य जातिवादी पार्टियों को अपने बुरे दिनों में तो कुछ समय के लिए इनको दलितों को मुख्यमंत्री व संगठन आदि के प्रमुख स्थानों पर रखने की जरूर याद आती है। 1/6
— Mayawati (@Mayawati) September 23, 2024
दलित नेताओं को अ खुद ही ऐसी पार्टियों से अलग हो जाना चाहिए : मायावती ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, देश में अभी तक के हुए राजनीतिक घटनाक्रमों से यह साबित होता है कि खासकर कांग्रेस व अन्य जातिवादी पार्टियों को अपने बुरे दिनों में तो कुछ समय के लिए इनको दलितों को मुख्यमंत्री व संगठन आदि के प्रमुख स्थानों पर रखने की जरूर याद आती है. लेकिन ये पार्टियां, अपने अच्छे दिनों में, फिर इनको अधिकांशतः दरकिनार ही कर देती हैं. इनके स्थान पर, फिर उन पदों पर जातिवादी लोगों को ही रखा जाता है, जैसा कि अभी हरियाणा प्रदेश में भी देखने के लिए मिल रहा है. कहा कि ऐसे अपमानित हो रहे दलित नेताओं को अपने मसीहा बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर से प्रेरणा लेकर इन्हें खुद ही ऐसी पार्टियों से अलग हो जाना चाहिए.
प्रसादम ग्रहण करने वाले लोगों का काशी में शुद्धिकरण: प्रसादम लड्डू विवाद सामने आने के बाद काशी के राज राजेश्वरी मंदिर में शुद्धिकरण अभियान चलाया जा रहा है. इसके लिए गाय के दूध, दही, घी, गोबर और मूत्र पंचगव्य तैयार किया गया है. इस विषय में मंदिर के पुरोहित श्रीकांत जोशी ने आईएएनएस से बातचीत की. पुरोहित ने बताया,तिरुपति देवस्थान में जो लोग पिछले तीन-चार वर्षों से गये हैं, वह लोग वहां का दूषित प्रसाद खाकर खुद दूषित हो गये हैं. इसी वजह से हम लोग यहां काशी क्षेत्र में और राज राजेश्वरी मंदिर में पंचगव्य का निशुल्क आयोजन कर रहे हैं. काशी धर्म की नगरी है, और यहां पर हर प्रकार के शुद्धिकरण और पूजा-पाठ कराये जाते हैं. तीर्थयात्री इसी उद्देश्य से यहां आते हैं. तिरुपति देवस्थान में भी यह सब किया जाता है. यह पूजा-पाठ और शुद्धिकरण एक दम निशुल्क है. इस शुद्धिकरण अभियान में भाग लेने आए कमलाकांत जोशी कहते हैं कि मैं जुलाई में पिछले साल तिरुपति देवस्थान गया था. वहां का प्रसाद ग्रहण भी ग्रहण किया था. अभी टीवी पर जो प्रचार चल रहा है, उसे देखते हुए हमने पंचगव्य से अपना शुद्धिकरण कराया है.
पाकिस्तान में विदेशी राजनयिकों के काफिले पर आतंकी हमला : पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा (केपी) प्रांत से राजधानी इस्लामाबाद जा रहे विदेशी राजनयिकों के काफिले को निशाना बनाकर आतंकियों ने हमला किया है. आतंकियों द्वारा किये गये विस्फोट में एक पुलिसकर्मी की मौत हो गयी और तीन अन्य घायल हो गये. पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि रविवार को खैबर पख्तूनख्वा के स्वात जिले में एक एडवांस स्काउट पुलिस वाहन पर एक आईईडी विस्फोट हुआ, जिसके कारण पुलिस के कई जवान हताहत हुए हैं. समाचार एजेंसी शिन्हुआ ने बयान के हवाले से बताया कि राजनयिकों का समूह सुरक्षित इस्लामाबाद लौट आया है. विदेश कार्यालय ने कहा, “हमारी संवेदनाएं मृतक पुलिसकर्मी के परिवार और घटना में घायल हुए तीन लोगों के साथ हैं. इस तरह की आतंकवादी गतिविधियां पाकिस्तान को आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में उसकी प्रतिबद्धता से नहीं रोक पाएंगी.” रिपोर्ट के अनुसार, आतंकवादियों ने जिस पुलिस वाहन को निशाना बनाया गया वह 11 विदेशी राजनयिकों को ले जा रहे काफिले में सबसे आगे था.
हवाई हमलों से पहले छोड़ दें इलाका, इजरायल ने लेबनान के लोगों को चेताया : इजरायल के सैन्य प्रवक्ता डैनियल हगारी ने सोमवार को दक्षिणी लेबनान के निवासियों को चेतावनी दी कि वे क्षेत्र में बड़े पैमाने पर होने वाले इजरायली हमले से पहले तुरंत अपना घर छोड़ दें. हगारी ने चेतावनी दी कि ‘जल्द ही बड़े पैमाने पर हवाई हमले शुरू होंगे. पूरे लेबनान में घरों और अन्य इमारतों में स्थित हिजबुल्लाह की संपत्तियों को निशाना बनाया जायेगा. इजरायली सैन्य प्रवक्ता ने कहा, ‘हम लेबनान के उन गांवों के नागरिकों को सलाह देते हैं जो ऐसी इमारतों और क्षेत्रों के करीब स्थित हैं, जिनका इस्तेमाल हिजबुल्लाह अपने सैन्य उद्देश्यों के लिए करता है. वे अपनी सुरक्षा के लिए तुरंत खतरे से दूर चले जायें. समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, हगारी ने कहा कि इजरायली सेना को पता चला है कि हिजबुल्लाह इजरायल पर हमले करने की तैयारी कर रहा है. इससे पहले सोमवार को, इजरायल ने दक्षिणी लेबनान और बेका घाटी में कई हवाई हमले किये.
पूर्व सीजेआई यूयू ललित ने कहा, असहमति का अधिकार लोकतंत्र की पहचान : भारत के पूर्व मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित ने हाल ही में ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के जिंदल ग्लोबल लॉ स्कूल की ओर से आयोजित सोली जे. सोराबजी मेमोरियल लेक्चर में कहा, असहमति का अधिकार लोकतंत्र की पहचान है. स्वतंत्र अभिव्यक्ति का अधिकार लोकतंत्र की पहचान है और जाने-माने न्यायविद (ज्यूरिस्ट) और भारत के पूर्व अटॉर्नी जनरल सोली जे सोराबजी इस अधिकार के पक्के समर्थक और समर्थक थे. न्यायमूर्ति ललित ने सोराबजी के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों, सार्वजनिक निर्णयों और लेखन के माध्यम से देश के संविधान और कानूनों की उनकी गहरी समझ के बारे में बात की. कहा कि वे कानून के सिद्धांतों को बनाये रखने के लिए प्रतिबद्ध थे. उनका सबसे महत्वपूर्ण काम अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के क्षेत्र में रहा है. यह कहना जरूरी है कि उनके कुछ तर्क और मामले उस दौर के हैं जब आपातकाल लागू हो चुका था! उन्होंने सोली जे. सोराबजी के लिए रिसर्च और तैयारी के महत्व को याद किया, जिन्होंने यह सुनिश्चित किया कि उनकी टीम के सदस्य उचित प्रक्रिया का पालन करें और कानून के शासन में उनका विश्वास बनाए रखें. ओपी जिंदल ग्लोबल यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार, प्रोफेसर दाबिरु श्रीधर पटनायक ने समारोह में कहा कि सोली जे. सोराबजी एक महान न्यायविद (ग्रेट ज्यूरिस्ट) थे.
भ्रष्टाचारी अपनी तुलना भगवान राम से कर रहे हैं : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद मनोज तिवारी ने सोमवार को आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये लोग भ्रष्टाचार के आरोप में जेल से बेल पर बाहर आये हैं और अपनी तुलना भगवान राम से करेंगे? क्या भगवान राम पर भ्रष्टाचार के आरोप थे. ये लोग हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करने में जरा भी नहीं झिझकते हैं और अरविंद केजरीवाल चिट्ठी लिखकर घर मांग रहे हैं. क्या राम जी ने घर मांगा था. भगवान राम तो देवताओं की रक्षा के लिए अपना महल छोड़कर वन में चले गये थे. ये आम आदमी पार्टी वाले तो आज भी सनातन का अपमान करते हैं और कल भी करते आए हैं. जो संविधान का अपमान कर रहे हैं उसको हल्के में नहीं लेना चाहिए. दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी के बगल में रखी गई खाली कुर्सी पर मनोज तिवारी ने आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा कि आज आतिशी ने मुख्यमंत्री पद पर बैठने के बाद दिल्ली से एक भद्दा मजाक किया है. दिल्ली के जख्मों पर उन्होंने नमक छिड़का है. आज दिल्ली शराब घोटाले और राजस्व के लूट से परेशान है. बिजली और पानी के बड़े बिलों से परेशान हैं, बुजुर्गों की पेंशन बंद होने से परेशान हैं, गरीब राशन कार्ड नहीं बनने से परेशान है.
आप विधायक अमानतुल्लाह खान की न्यायिक हिरासत 7 अक्टूबर तक बढ़ाई गयी दिल्ली की एक अदालत ने सोमवार को दिल्ली वक्फ बोर्ड से जुड़े कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में आदमी पार्टी (आप) के विधायक अमानतुल्लाह खान की न्यायिक हिरासत 7 अक्टूबर तक के लिए बढ़ा दी है. राउज एवेन्यू कोर्ट ने दिल्ली के ओखला से आप विधायक को न्यायिक हिरासत में अपना मेडिकल रिकॉर्ड साथ रखने की इजाजत दे दी. इसके अलावा, कोर्ट ने तिहाड़ जेल में इलेक्ट्रिक केतली और ग्लूकोज मॉनिटरिंग डिवाइस ले जाने की इजाजत मांगने वाले अमानतुल्ला खान के आवेदन पर जेल अधिकारियों से जवाब मांगा है. खान के आवेदन पर अगली सुनवाई 25 सितंबर को होगी. पिछले हफ्ते, दिल्ली हाईकोर्ट ने अमानतुल्लाह खान की याचिका पर नोटिस जारी किया था, जिसमें उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी द्वारा अपनी गिरफ्तारी को चुनौती दी थी. मामले की सुनवाई 18 अक्टूबर को तय करते हुए जस्टिस नीना बंसल कृष्णा की बेंच ने एजेंसी को खान की याचिका पर दो हफ्ते के भीतर जवाब दाखिल करने को कहा था. कथित घोटाले के मुख्य आरोपी अमानतुल्लाह खान को ईडी ने 2 सितंबर को उनके आवास पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया था.