Arjun Mandal
Dhanbad : धनबाद जिले में वैक्शीनेशन की रफ्तार काफी धीमी हो गई है. यदि जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का यही रवैया रहा, तो जिले में सभी योग्य लोगों को वैक्शीन देने यानी शत-प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य पाने में तीन साल लग जाएंगे. फिलहाल, जिले में रोज औसतन एक हजार लोगों को वैक्सीन दी जा रही है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक धनबाद में 11 अप्रैल तक कुल 27 लाख 49 हजार 771 लोगों में से 16 लाख 13 हजार 622 को वैक्सीन की पहली डोज दी जा चुकी है. यानी 11 लाख 36 हजार 089 लोगों को टीका लगाना अभी बाकी है.
आउटसोर्स कर्मियों को हटाने के बाद टीकाकारण में कमी
धनबाद जिले में वैक्सीनेशन के नोडल पदाधिकारी विकास राणा ने लगातार को बताया कि इस साल जनवरी में रोज औसतन 5 हजार लोगों को वैक्सीन दी जा रही थी. लेकिन आउटसोर्स पर कार्यरत स्वास्थ्य कर्मियों को हटाने के बाद से वैक्सीनेशन धीमा पड़ गया है. इधर, सिविल सर्जन डॉ. श्याम किशोर कांत ने बताया कि डीडसी शशि प्रसाद सिंह ने स्कूलों में 12 वर्ष से अधिक उम्र के सभी बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित करने के लिए स्कूलों को नोटिस दिया है. इसके बावजूद बच्चे टीका लेने नहीं आ रहे हैं.
जिले में वैक्सीनेशन की यह है स्थिति
धनबाद जिले के स्कूलों में 10 अप्रैल तक 12 से 14 वर्ष के 7 हजार 259 बच्चों ने वैक्सीन ली है. वहीं, 15 से 17 वर्ष के एक लाख 28 हजार 71 किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है. इसी प्रकार 18 से 44 वर्ष के 17 लाख 69 हजार 826 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है. वहीं, 45 से 60 वर्ष के 5 लाख 83 हजार 501 लोगों को पहली डोज और 60 से अधिक उम्र वाले 2 लाख 89 हजार 574 लोगों को बूस्टर डोज लगाई जा चुकी है. इसी प्रकार 60 वर्ष से अधिक उम्र के 1 लाख 56 हजार 387 बुजुर्गों ने पहली और 1 लाख 5 हजार 475 ने दूसरी डोज ली है. इस उम्र के 4029 लोगों को बूस्टर डोज दी जा चुकी है.
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