Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) पशुओं में तेजी से फैल रहे लंपी संक्रमण ने धनबाद में पशुपालकों तथा विभाग की चिंता बढ़ा दी है. हालांकि धनबाद में इस संक्रमण के अब तक एक भी मामला सामने नहीं आया है. जानकारी के अनुसार लंपी संक्रामक बीमारी है, जो मवेशियों में मच्छरों, मक्खियों, जूं और ततैया के सीधे संपर्क में आने व दूषित भोजन- पानी से फैल रहा है. इस रोग के लक्षण के अनुसार पशुओं में बुखार और त्वचा पर गांठें पड़ जाती हैं. संक्रमण से चिंतित पशुपालन विभाग ने भी राज्य के 24 जिलों को एडवाईजरी जारी कर विशेष नज़र रखने को कहा है. कहीं कोई लंपी त्वचा रोग का मामला सामने आता है तो उसके नमूने जल्द से जल्द विभाग भेजने को कहा गया है.
मच्छरों-मक्खियों से फैल रही बीमारी
इधर धनबाद के गोपालक भी इस संक्रमण के बारे में सोच कर चिंतित हैं. लोग एहतियात भी बरत रहे हैं. गो पालक श्रवण यादव बताते हैं कि उनके पास 16 पशु हैं, जिनमें 10 गाय और 6 भैंस है. वह बताते हैं कि जानकारी के अनुसार पशुओं को दूषित भोजन, पानी तथा मच्छरों-मक्खियों के संपर्क में आने से यह बीमारी फैल रही है. इसीलिए वह पशुओं के रख रखाव तथा साफ सफाई पर विशेष ध्यान दे रहे हैं.
गोबर के उपले से कर रहे धुआं
हीरापुर में खटाल चला रहे परमेश्वर यादव भी संक्रमण से भयभीत हैं और पशुओं पर ध्यान दे रहे हैं. वह साफ सफाई के अलावा अपने पशुओं के गोहाल में कीटनाशक का छिड़काव तथा गोबर के उपले से धुआं कर रहे हैं, ताकि संक्रमण फैलाने वाले मच्छर-मक्खियों को दूर रखा जाए. वह बताते हैं कि अब तक उनके सभी पशु सुरक्षित हैं.
लंपी संक्रमण के लक्षण
पशुपालन विभाग के डॉक्टर प्रवीण सिंह ने कहा कि पशुओं की त्वचा पर लगभग दो से पांच सेंटीमीटर की गांठ, तेज बुखार, दूध उत्पादन में कमी, भूख न लगना और आंखों से पानी आना लंपी के लक्षण में शामिल हैं. राज्य में पिछले साल भी यह बीमारी सामने आई थी, लेकिन, मामले कम थे. इस साल मामले बढ़ रहे हैं.
क्या कहते हैं अधिकारी
डॉ प्रवीण सिंह सिंह का कहना है कि अब तक इस संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है. हालांकि मुख्यालय से विशेष एडवाइजरी जारी की गई है, जिसमें लंपी संक्रमण के मामले सामने आने पर उसके नमूने ले कर जल्द से जल्द विभाग को भेजा जाएगा. इसके अलावा पशुपालकों को बीमारी के लक्षण वाले मवेशियों को आइसोलेशन में रखने को कहा गया है. उन्होंने कहा कि सबसे अच्छी बात यह है कि अब बीमारी को नियंत्रित करने के लिए टीका भी उपलब्ध है, जो दो दिन में मिल जाएगा.
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