Mithilesh Kumar
Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) धनबाद हालांकि देश के प्रदूषित शहरों की सूची में दर्ज है, मगर यह भी सच है कि यहां प्रदूषण नियंत्रण की रफ्तार धीमी है. प्रदूषण से निपटने के लिए शहर में सीएनजी युक्त और इलेक्ट्रिक वाहनों को प्रोत्साहित करने का काम शुरू चुका है. नए ऑटो सीएनजी बेस्ड का ही रजिस्ट्रेशन हो रहा है. परंतु सीएनजी स्टेशन का निर्माण कार्य रफ्तार नहीं पकड़ रहा है. जिला प्रशासन के ताजा आंकड़ों के अनुसार शहर में अभी तक 1 हजार 10 सीएनजी वाहन रजिस्टर्ड हो चुके हैं. बावजूद इस अनुपात में सीएनजी स्टेशनों की संख्या नहीं बढ़ी है. सभी जगह गैस की सुविधा नहीं मिलने से सीएनजी बेस्ट वाहन महंगा पड़ रहा है.
सीएनजी वाहनों की बिक्री पर पड़ रहा असर
पियाजियो बालाजी शोरूम के सेल्स मैनेजर मो. जाईद ने बताया कि उनके शोरूम में डीजल और सीएनजी दोनों फ्यूल वाले वाहन हैं. शहरी क्षेत्र में विगत छह माह में सीएनजी की मांग बढ़ी है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के कस्टमर अब भी डीजल वाले वाहन ही खरीद रहे हैं. वजह है सभी जगह सीएनजी स्टेशन का नहीं होना. उन्होंने बताया कि सीएनजी वाहन डीजल के मुकाबले 35 हजार रुपये सस्ता पड़ता है. मेंटनेंस खर्च भी डीजल के मुकाबले आधा है. बावजूद डीजल वाहन की बिक्री अभी ठीक ठाक है.
वाहन चालकों को हो रही परेशानी
ऑटो चालक मो मुस्ताक ने बताया कि प्रदूषण के लिये सीएनजी तो अच्छा विकल्प है, लेकिन फ्यूल की समस्या हो रही है. शहर में गोधर और पुटकी में इसका फ्यूल मिलता है. दूसरे चालक त्रिवेणी यादव ने बताया कि उनके पास इलेक्ट्रिक वाहन है, मगर चार्जिंग की समस्या है. शहर में इसकी व्यवस्था नहीं है. तीसरे ऑटो चालक ने बताया कि बाजार में सीएनजी वाहन लाने से पहले फ्यूल की पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए थी, लेकिन इस मामले में धनबाद अभी पीछे है.
जल्द शुरू हो जाएंगे नए स्टेशन
गेल इण्डिया के प्रबंधक का कहना है कि नए सीएनजी स्टेशन खोलने के लिये फ्रेंचाईजी देने का काम चल रहा है. अभी धनबाद में 5 स्टेशन से नेचुरल गैस की आपूर्ति हो रही है. अगले 2 महीने में पांच और स्टेशन से गैस मिलने लगेगी. सीएनजी की डिमांड को देखते हुए इस दिशा में लगातार प्रयास किया जा रहा है.
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