NewDelhi : संसद के दोनों सदनों में आज राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा हो रही है. धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा पूरी होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोकसभा में इसका जवाब देंगे. समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा से पहले सभी सांसदों और स्पीकर को बधाई दी. इस दौरान अखिलेश ने तंज करते हुए कहा कि सभी समझदार और बुद्धिमान मतदाताओं को धन्यवाद देता हूं. कहा कि ऐसा लग रहा है कि हारी हुई सरकार विराजमान है. जनता कह रही है ये चलने वाली नहीं, गिरने वाली सरकार है.
ईवीएम का मुद्दा न मरा है, न मरेगा
संसद में ईवीएम का मुद्दा उठाते हुए अखिलेश ने कहा कि ईवीएम का मुद्दा कायम रहेगा. यह मुद्दा न मरा है और न ही मरेगा. हमे इस पर पहले भी विश्वास नहीं था और अब भी नहीं है. अगर हम यूपी में 80 सीटें भी जीत जायें तो भी ईवीएम पर भरोसा नहीं रहेगा. ईवीएम से जीत कर ईवीएम को हटायेंगे. हम समाजवादी ईवीएम को लेकर संघर्ष जारी रखेंगे.
सांप्रदायिक राजनीति का अंत और सामुदायिक राजनीति की हुई शुरुआत
अखिलेश यादव ने मंगलवार को कहा कि इस लोकसभा चुनाव में सकारात्मक राजनीति की जीत हुई. बीते चार जून को सांप्रदायिक राजनीति से देश को आजादी मिली और ‘सामुदायिक राजनीति’ की शुरुआत हुई. उन्होंने कहा कि इस चुनाव ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) को भी जिम्मेदारी का पैगाम दिया है. यादव ने कहा कि ‘चार जून (लोकसभा चुनावों के परिणाम वाला दिन) देश के लिए सांप्रदायिक राजनीतिक से आजादी का दिन था. सांप्रदायिक राजनीति का अंत हुआ और सामुदायिक राजनीति की शुरुआत हुई. इस चुनाव में सांप्रदायिक राजनीति की हमेशा के लिए हार हो गयी. ‘‘सकारात्मक राजनीति की जीत हुई है. हम मानते हैं कि संविधान ही संजीवनी है और उसकी जीत हुई है.’’
देश पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है तो प्रति व्यक्ति आय किस स्थान पर पहुंची क्यों छिपाते
सपा सांसद ने कहा कि देश किसी की निजी महात्वाकांक्षा से नहीं, बल्कि जन आकांक्षा से चलेगा, और अब मनमर्जी नहीं, बल्कि ‘जनमर्जी’ चलेगी. यादव ने आरोप लगाया कि इस सरकार ने आरक्षण के साथ खिलवाड़ किया है. उन्होंने कहा कि सरकार कहती है कि देश पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है, लेकिन यह क्यों छिपाती है कि अगर हम पांचवें स्थान पर हैं तो हमारे देश की प्रति व्यक्ति आय किस स्थान पर पहुंची है?’’
पहले बनी सड़क पर हवाई जहाज उतरे थे, अब चल रही नाव
अखिलेश ने कहा कि अगर उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनना है तो 35 प्रतिशत विकास दर चाहिए, जो संभव नहीं दिखाई देता है. यादव ने केंद्र सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के लोगों का आग्रह है कि कम से कम गंगाजल को लेकर तो झूठ नहीं बोला जाये. उन्होंने आरोप लगाया कि विकास के नाम खरबों रुपये का भ्रष्टाचार हुआ है. उन्होंने सवाल किया कि ‘‘क्या विकास का ढिंढोरा पीटने वाले इस विनाश की जिम्मेदारी लेंगे?’’ यादव ने कहा कि हमने उत्तर प्रदेश में जो सड़क बनायी थी, उस पर हवाई जहाज उतरे थे, लेकिन अब प्रदेश के मुख्य शहरों की सड़कों पर नाव चल रही हैं.