NewDelhi : इस साल बेमौसम बारिश के कारण देश में गेहूं के उत्पादन में 10 से 20 लाख टन तक की कमी आ सकती है. इसी से मिलता जुलता अनुमान आटा मिल मालिकों द्वारा कराये गये एक निजी अध्ययन में भी लगाया गया है. इंडियन एग्रीबिजनेस सिस्टम्स लिमिटेड और रोलर आटा मिलर्स के लिए एग्रीवॉच द्वारा की गयी स्टडी में कहा गया है कि बेमौसम बारिश के बावजूद गेहूं का उत्पादन 10 करोड़, 30 लाख टन रहेगा.
11 करोड़, 20 लाख टन से अधिक गेहूं उत्पादन होगा
बेमौसम बारिश से पहले यह उत्पादन लगभग 10 करोड़, 40 लाख टन होने का अनुमान लगाया गया था. इसका अर्थ है कि इस साल बेमौसम बारिश से 10 से 13 लाख टन गेहूं का उत्पादन कम हो सकता है. हालांकि, सरकारी अधिकारी के अनुसार, कुल उत्पादन पहले के अनुमान के अनुसार अभी भी 11 करोड़ 20 लाख टन तक रहेगा. सरकार ने फरवरी में जारी अनुमान में कहा था कि इस बार 11 करोड़, 20 लाख टन से अधिक गेहूं उत्पादन होगा.
बेमौसम बारिश से गेहूं के उत्पादन में कोई खास कमी नहीं आयेगी
केंद्र सरकार के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि बेमौसम बारिश से गेहूं के उत्पादन में कोई खास कमी नहीं आयेगी. हालांकि खाद्य मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव सुबोध सिंह के अनुसार आप जो भी आंकड़ा लें, हमें पूरा विश्वास है कि इस साल गेहूं का उत्पादन पिछले साल की तुलना में लगभग 50 से 55 लाख टन अधिक रहेगा.
2022-23 में 10 करोड़, 77 लाख टन गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया गया था
उन्होंने कहा कि पिछले साल सरकार और उद्योग द्वारा अनुमानित गेहूं उत्पादन में अंतर था. हालांकि, इस साल फसल अनुमानों में कुछ समानताएं हैं. पहला गेहूं के रकबे में 3-5% की वृद्धि हुई है, दूसरा बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से लगभग 10 से 20 लाख टन उत्पादन का नुकसान होगा और तीसरा यह है कि पिछले साल की तुलना में इस साल 50-55 लाख टन अतिरिक्त उत्पादन होगा. 2022-23 में सरकार ने 10 करोड़, 77 लाख टन गेहूं उत्पादन का अनुमान लगाया था.
खरीदा जा चुका है 7 लाख टन गेहूं
सुबोध सिंह ने बताया कि निर्यात पर प्रतिबंध और उच्च वार्षिक उत्पादन के कारण इस वर्ष बाजार में गेहूं की कुल उपलब्धता पिछले वित्त वर्ष की तुलना में लगभग 10 मिलियन टन अधिक थी.उधर, भारतीय खाद्य निगम के अध्यक्ष अशोक मीणा ने बताया कि सरकार की न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं की खरीदी चल रही है और अब तक लगभग 7 लाख टन गेहूं खरीदा जा चुका है. यह पिछले साल में इसी अवधि की तुलना में 2 लाख टन अधिक है.