Ranchi : कोडरमा विधायक व पूर्व शिक्षा मंत्री नीरा यादव ने हेमन्त सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल को जीरो नंबर देते हुए कहा कि इस सरकार में अंधेर नगरी चौपट राजा वाली कहावत फिट बैठती है. राज्य में शिक्षा व्यवस्था की स्थिति बद से बदत्तर हो चली है. कोरोना काल में ऑनलाइन क्लास की व्यवस्था, दीदी किचन, आंगनबाड़ी पूर्ण रूप से फेल रही. मिड डे मिल में बड़ा घोटाला हुआ. जबकि शिक्षा मंत्री के बीमार होने के कारण शिक्षा विभाग मुख्यमंत्री खुद देख रहे थे. इसके बाद भी कोई काम नहीं हो सका.
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हेमन्त सरकार महिला विरोधी सरकार है
नयी शिक्षा नीति पर चर्चा करने के बजाय विरोध में समय गंवा दिया. 10वीं कक्षा की पढ़ाई मुश्किल से शुरू हुई लेकन स्कूलों में न ही सफाई और न ही सेनेटाइज किया गया. उन्होंने कहा कि पूर्व की रघुवर सरकार में उच्च शिक्षा, माध्यमिक और प्राइमरी स्तर के स्कूलों में जो काम हुआ हेमन्त सरकार उसे आगे बढ़ाने में अक्षम साबित हुई है.
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सभी योजनाएं रघुवर सरकार के कार्यकाल में पूरी की गयी थी
उन्होंने कहा कि हेमन्त सरकार महिला विरोधी सरकार है, जिसका स्पष्ट उदाहरण है रामगढ़ महिला इंजीनयरिंग कालेज को जेनरल बनाना, महिला शोषण, बढ़ते दुष्कर्म, अपराधियों में कानून व्यवस्था का भय समाप्त होना. सरकार में हेमंत है तो हिम्मत है का नारा अपराधियों के लिए सही चरितार्थ हो रहा है.
राज्य की महिलाएं खुद को ठगा महसूस कर रही हैं. सरकार एक वर्ष पूरे होने पर विकास कार्य का ढोल पीट रही है. जबकि हकीकत यह है कि सभी योजनाएं रघुवर सरकार के कार्यकाल में पूरी की गयी थी. उन्होंने कहा, मुख्यमंत्री के पास सबसे ज्यादा विभाग होने के कारण विकास का कार्य रुका पड़ा है. रघुवर काल में प्रत्येक मंगलवार को कैबिनेट की बैठक होती थी, जबकि इस सरकार में कैबिनेट की बैठक काा कोई दिन तय नहीं है.