कोल्हान में जंगले-जंगल छिछिया रही
Sanjay Singh
एगो नेताजी हैं, लोकसभा चुनाव ले पहिले बीबी संग पंजा मरोड़ कर कमल खिलाये लगी घुसिया गये. लेकिन सिंहभूम की जनता ने ताड़ लिया, साहिब की सहबाइन को नाप लिया. मौके देख कर चौका लगावे के चक्कर सहबाइन, मलिकाइन को लोगों ने ऐसी पटकनिया दी कि पूछिए मत. सहबाइन चुनाव में औंधे मुंह गिरीं. जो विधानसभा क्षेत्र सहबाइन का कर्मक्षेत्र रहा था, वहां के लोगों ने भी उनको अइसन धूल चटाया कि पूछिए मत. अब सहबाइन को उनके ही समाज के लोगों ने रिजेक्ट कर दिया, तो अपने शौहर संग सहबाइनजी विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुट गई हैं. लगता है कमल ब्रांड बड़का नेताजी लोग ने भरोसा दिया है. वइसे भी भाजपा के बड़कन नेताजी लोग ढेरे अकबकाइल हैं. ऊ लोग हर हाल में कोल्हान और संथाल के आदिवासी आरक्षित सीट पर कमल खिलावे ला ब्याकुल हैं. खुबे तिकड़मबाजी हो रही है. एगो टाइगर को लोग ले ले आया है.
अब कमल छाप आयातित नेताजी को लगे लगा है कि मिया-बीबी और वो मिलकर कोल्हान में बेड़ा पार लगावेगा. कहते हैं न, निया-निया मुर्गीया लहसुन ढेरे खाती है. तो अभी इ मिया-बीबी और वो की तिकड़ी भी खूब टरटराइले है. कमल छापा आयातित नेताजी लोग उनके कांधा पर बूंदक रख कर हेमू राजा के खिलाफ गोली दागले हैं.
उधर मिया-बीबी और वो की हालत पतली है, तीनों अब केसरिया पट्टा लपेटले कोल्हान के जंगल-जंगल में छिछिया रहे हैं. बड़का चुनाव में सहबाइन जी औंधे मुंह पटकाईं, तो तनिका लजाइल भी हैं. मिया साहिब भी लजाइले ही हैं. तो अब नयका-नयका ऊ कथित टाइगर के साथे-साथ कोल्हान में जेने-तेने कीचड़ खोजले हैं, ताकि कमलवा को खिला सकें. अब तो इज्जत का भी सवाल है. कमल के आयातित नेताजी लोगन भी इ मियां-बीवी और वो के साथे-साथे संताल के एगो एंग्री ओल्डमैन के सहारे हेमू राजा को जनजातीय सीटों पर पटकनिया देवे लगी तड़पड़ाइल हैं. लेकिन कोल्हान की तिकड़ी और संथाल के एंग्री ओल्ड मैन कितने कारगर होंगे, ई तो वक्त बताएगा, लेकिन कमल के आयातित नेताजी लोग ई लोग का एतना उपयोग करेंगे कि फिर ई लोग कहीं ऐने-ऊने मुंह न मार सकेंगे. मतलब ऊ लायक ई लोगों को छोड़ा ही नहीं जाएगा.
मिया-बीवी और वो यदि कोल्हान में कमल खिलावे में पिछुवा गए, तो फिर तो आप जानते ही हैं, कमल के महासमुद्र में ई लोग केने रहेगा, कुछो कहा नहीं जा सकता है. वइसे तिकड़ी भी जोर लगाइले है, इ लोग को भी पता है कि विस चुनाव में कोल्हान में कमलवा खिलावे में फेल हुए, तो फिर तो पार्टिया में झोलटंगा बना के रख देगा. वइसे भी कमल के आयातित नेताजी लोग को भरोसा है कि तीनों मिलकर तीन-चार गो सीटवा भी जीतवा देंगे, तो प्लस होगा. वइसे चर्चा है वो टाइगर बाबू के बेटाजी के भी कोनो लफड़ा-उफड़ा है शायद. इसलिए उन पर भी चांत चढ़ाने की चर्चा है. लेकिन जो भी हो… ई तिकड़िया अभी तो इज्जत बचावे लगी जंगले-जंगले छिछिया ही रही है.
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