Latehar: पलामू टाइगर रिजर्व के बारेसांढ़ में इन दोनों जंगली हाथियों का आतंक काफी बढ़ गया है. अब तक 30 से 35 किसने की फसलों को अब तक बर्बाद कर चुका है. धान की फसल अभी मध्य अवस्था में है. फसल के पैदावार इसी अवस्था में निर्णय होता है. ऐसे में जंगली हाथियों का झुंड रात भर तांडव मचा कर फसलों को बर्बाद कर रहा है. जान हथेली में रख कर ग्रामीण अपनी फसलों की रक्षा कर रहे हैं. भुक्तभोगी ग्रामीणों का कहना है कि वन विभाग को सूचना देने के बाद फसल नुकसान की मुवायना के लिए ट्रैकर को भेज देते हैं और बस प्रक्रिया फोटो खींचाई तक ही सीमित रह जाता है. बताते चलें कि सभी वनरक्षी हड़ताल के बाद वापस नहीं आ पाए हैं.
सुरक्षित हाथी जोन की हो चुकी है घेराबंदी
ग्रामीणों का कहना है कि पिछले दो सालों में हाथियों का आतंक पहले की तुलना में काफी बढ़ गया है, जिसका मुख्य कारण टेनो, जोड़ा सखुवा और बैगिन दह जैसे हाथियों के सुरक्षित जोन में घेराबंदी कर दिया गया है. वाइल्डलाइफ सॉफ्ट रिलीज सेंटर के घेरान में करंट लगाया गया है जिसके कारण हाथी गांव की ओर रुख कर रहे है. हाथियों ने सुलदीप घांसी, सिमोन बृजिया, कन्हाई सिंह, दयाशंकर राम, सकलदीप भुइयां, रामबिहारी सिंह, विजय सिंह समेत लगभग 20 लोगों के खेत में लगी फसल को बर्बाद हो चुका है. इस संबंध में डीएफओ कुमार आशीष ने बताया कि हाथियों को गांव में आने से रोकने के लिए कर्मियों को निर्देशित कर रहे हैं. किसान के फसलों का मुआवजा विभाग द्वारा दिया जाएगा.
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