- आठ माह में सात बार सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की हुई कोशिश
Ranchi : झारखंड में हर महीने सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की साजिश होती है. इस साल अब तक यानी आठ महीने में राज्य के अलग-अलग जिले में सात बार सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की साजिश रची गयी. हालांकि पुलिस ने तत्परता दिखायी और माहौल को शांत कराने में सफलता हासिल की. झारखंड पुलिस की रिपोर्ट की मानें तो हाल के कुछ वर्षों में कम संवेदनशील त्योहारों (सरस्वती पूजा, गणेश पूजा, मिलाद उन नबी) में भी विधि व्यवस्था की गंभीर समस्या उत्पन्न हुई है. झारखंड के जो क्षेत्र पहले सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील नहीं थे, अब वहां भी पर्व-त्यौहारों में अशांति का माहौल देखा जा रहा है.
जानें कब-कब सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने साजिश रची गयी
- – 09 सितंबर : धनबाद जिले के चिरकुंडा थाना क्षेत्र के बाबू डंगाल सीएमडब्लूओ कॉलोनी स्थित हनुमान मंदिर में मांस का टुकड़ा मिलने के बाद इलाके में तनाव की स्थिति बन गयी थी.
- – 18 जून : पलामू के पांकी प्रखंड के पिपराटांड़ थाना क्षेत्र स्थित नौडीहा बहेरा में गौशाला में प्रतिबंधित मांस का टुकड़ा मिलने के बाद माहौल बिगड़ गया था.
- – 17 जून : पाकुड़ जिले के सदर प्रखंड के गोपीनाथपुर और पश्चिम बंगाल के कृष्टानगर के ग्रामीणों के बीच विवाद हो गया था. दोनों के बीच विवाद इतना बढ़ गया था कि मारपीट की नौबत आ गयी थी. इसके बाद दोनों गुटों में पथराव के साथ-साथ बमबाजी भी हुई थी.
- – 17 जून : बोकारो जिले में एक हादसे में दो मवेशियों की मौत के बाद अलग-अलग पक्षों से जुड़े लोग आमने-सामने हो गये थे. इसके बाद दोनों पक्षों में पथराव भी हुआ था. इस झड़प और पथराव में एक दर्जन से ज्यादा लोग घायल हुए थे.
- – 16 फरवरी : रांची के नगड़ी में मूर्ति विसर्जन करने जा रहे जुलूस पर पथराव किया गया. जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गयी थी.
- – 21 जनवरी : धनबाद में भगवा झंडा लगाने को लेकर दो समूहों के बीच मारपीट और पत्थरबाजी की घटना हुई.
- – 08 जनवरी : रांची बरियातू में असामाजिक तत्वों ने देवी-देवताओं की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त कर दिया था, जिसके बाद लोग आक्रोशित हो गये थे.