- आरपीएफ कर्मियों को दिया जाएगा बॉडी वार्मर कैमरा
- आरपीएफ आईजी ने रांची स्टेशन का किया निरीक्षण
- आरपीएफ जवानों को दिया जाएगा 8 बॉडी वार्मर कैमरा
- स्टेशनों से ह्यूमन ट्रैफिकिंग के मामलों में आयी कमी
Ranchi: स्टेशन परिसर के पास ऑटो लगाने वालों चालकों पर एफआईआर दर्ज किया जाएगा. रांची स्टेशन से आवाजाही करने वाले रेल यात्रियों से बदमाशी करने वाले ऑटो चालकों पर लगाम लगाए जाएगा. उनकी बदमाशियों से यात्रियों को हर संभव सुरक्षा दी जाएगी. इसे लेकर रांची आरपीएफ को निर्देश दिये गए हैं. स्टेशन के अंदर और बाहर आरपीएफ कर्मियों को बॉडी वार्मर कैमरा से लैस किया जाएगा. इस कैमरे से लैस कर्मियों के ड्यूटी स्थल की गतिविधियों पर भी नजर होगी. यह बात रविवार को दक्षिण पूर्व रेलवे के सीवीसी सह आईजी डीबी कसार ने रांची स्टेशन के निरीक्षण के बाद कही. उनके साथ रेलवे के वरीय कमांडेंट प्रशांत यादव और अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे.
आरपीएफ जवानों को दिया जाएगा 8 बॉडी वार्मर कैमरा
कसार ने कहा कि रांची स्टेशन में रेल यात्रियों की शिकायतों पर ही ऑटो चालकों के खिलाफ यह कदम उठाया गया है. इसके लिए आरपीएफ को को मुस्तैद किया गया है. उन्होंने कहा कि अभी तात्कालिक तौर पर आरपीएफ को रांची स्टेशन में 8 बॉडी वार्मर कैमरा दिया जाएगा. इस कैमरे में ऑडियो-वीडियो की सुविधा उपलब्ध है. ड्यूटी के दौरान कर्मियों से बात करने वालों यात्री या अन्य की ऑडियो-वीडियो गतिविधि कैद होगी. ड्यूटी के दौरान कर्मियों के कंधे पर यह होगा. इससे ड्यूटी करने वाले कर्मियों के साथ किसी भी घटना के बारे में पूरी जानकारी उपलब्ध होगी. उन्होंने कहा कि इस साल के अंत तक रांची सीआरपीएफ कर्मियों को 45 बॉडी वार्मर कैमरा दे दिया जाएगा.
ट्रैफिकिंग पर लगाम
उन्होंने रेलवे पुलिस की मेरी सहेली और नन्हे फरिश्ते के काम को सराहनीय बताया. कहा कि झारखंड समेत पूरे देश में यह प्रयोग सफल हो रहा है. रांची, हटिया और बड़ी स्टेशनों में ट्रैफिकिंग के मामलों में कमी आई है. लेकिन दलाल अब छोटे स्टेशनों पर सक्रिय होकर ट्रैफिकिंग का प्रयास कर रहे हैं. आरपीएफ छोटे स्टेशनों से चलने वाली पैसेंजर ट्रेनों में भी नजर रख रही हैं. दलालों की बदली गतिविधियों पर भी नजर रखी जा रही है. रेलवे स्टेशन से लेकर चलती ट्रेनों तक में अपराध कम हुए हैं. गत 6 महीने से चलती ट्रेन में छेड़खानी की एक भी घटना चलती ट्रेनों में नहीं हुई है. आरपीएफ की महिला कर्मियों को मार्शल आर्ट की ट्रेनिंग दी जा रही है. बाद में यह पुरुष जवानों को भी दी जाएगी. स्टेशन में सामानों की जांच के लिए दो और स्केनर मशीन लगाई जाएगी. रात में चलने वाली सभी ट्रेनों की एस्कॉर्ट की जा रही है. इसमें महिला कर्मियों को भी ड्यूटी दी जा रही है.