New Delhi: पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह का गुरुवार की रात निधन हो गया. उन्होंने दिल्ली एम्स में अंतिम सांस ली. यह जानकारी वरिष्ठ कांग्रेस नेता सलमान खुर्शीद ने दी है. एम्स के प्रोफेसर इनचार्ज डॉ रीमा डेडा ने निधन की पुष्टि की है. ज्ञात हो कि अचानक तबीयत खराब होने के बाद मनमोहन सिंह को दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था. 92 वर्षीय सिंह को अस्पताल के आपातकालीन विभाग में लाया गया था, जहां उनका निधन हुआ.
#WATCH | Former PM Manmohan Singh Demise | Congress leader Shashi Tharoor says, “It’s very tragic. He was a great prime minister who served the nation. we are cancelling all our programmes and rushing back to Delhi…” pic.twitter.com/Hg2ubVuxOH
— ANI (@ANI) December 26, 2024
उनके निधन पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी समेत अन्य नेताओं ने शोक व्यक्त किया है. प्रियंका गांधी एम्स में मौजूद हैं, जबकि राहुल गांधी अपनी बेलागी की यात्रा बीच में छोड़ दिल्ली लौट रहे हैं. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे भी दिल्ली लौट रहे हैं.
बताया जा रहा है कि उन्हें हार्ट से संबंधित परेशानी थी. इस वजह से कार्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर डॉ. नितीश नाइक की देखरेख में उनका इलाज चल रहा था. पूर्व पीएम इससे पहले भी एम्स में भर्ती हुए थे. बता दें कि 13 अक्टूबर 2021 को मनमोहन सिंह बुखार की शिकायत के बाद दिल्ली एम्स में भर्ती कराए गए थे. उस दौरान उनका बुखार ठीक हो गया था, लेकिन बाद में उन्हें कमजोरी होने पर अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
डॉ मनमोहन सिंह ने साल 2004 से 2014 के बीच 10 साल तक प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए देश की बागडोर संभाली थी. वे कुल 33 साल तक देश के उच्च सदन के सदस्य रहे थे. वे 1998 से 2004 तक राज्यसभा में विपक्ष के नेता भी रहे थे. सिंह ने जून 1991 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव के नेतृत्व वाली सरकार में वित्त मंत्री के रूप में शपथ ली थी और इसके चार महीने बाद उन्होंने पहली बार राज्यसभा में प्रवेश किया था. तब से वे लगातार इस सदन का हिस्सा बने रहे.
पूर्व पीएम मनमोहन सिंह का जन्म अविभाजित भारत के पंजाब प्रान्त के एक गांव में 26 सितम्बर 1932 को हुआ था. डॉ. सिंह ने वर्ष 1948 में पंजाब विश्वविद्यालय से मेट्रिक की शिक्षा पूरी की थी. इसके बाद उन्होंने अपनी आगे की शिक्षा ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय से प्राप्त की थी. 1957 में उन्होंने अर्थशास्त्र में प्रथम श्रेणी से ऑनर्स की डिग्री प्राप्त की थी. इसके बाद 1962 में उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के नूफिल्ड कॉलेज से अर्थशास्त्र में डी.फिल किया था.