Kamrol Arfi
Latehar: सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड (सीसीएल) द्वारा संचालित एशिया के सबसे बड़े ओपन कोल माइंस मगध कोलियरी में इन दिनों करोड़ों रुपये का कोयला का हेरा फेरी जोरशोर से किया जा रहा है. धंधा पिछले एक माह से अधिक समय से बेरोकटोक चल रहा है. जानकारी के अनुसार सीसीएल द्वारा संचालित फुलबसिया में प्रत्येक दिन लगभग छह रैक कोयला का ट्रांसपोर्टिंग एवं परिवहन किया जाता है. बालूमाथ सीसीएल की साइडिंग से औसतन तीन रैक कोयला परिवहन किया जाता है. पिछले एक महीने से सीसीएल मगध कोलियरी में निकाले गए ओबी एवं स्टॉक स्थल पर पड़ा जले हुए कोयला को दोनों साइडिंग में गिराकर अच्छे कोयला के साथ मिलाकर धड़ल्ले से भेजा जा रहा है.
एक दिन में 36000 टन कोयला बाहर भेजा जा रहा है
एक कोयला कारोबारी ने बताया कि एक दिन में दोनों साइडिंग मिलकर लगभग 36000 टन कोयला बाहर भेजा जा रहा है. जिसमें लगभग 10 से 15000 टन जला व ओबी को मिलाकर कोयला भेजा जा रहा है. इस खेल में सीसीएल, ट्रांसपोर्टर व खनन करने वाली वीपीएन कंपनी की मिलीभगत है. बालूमाथ सीसीएल के साइडिंग में जय अंबे रोड लाइंस ट्रांसपोर्टिंग का कार्य करती है. जबकि फुलवसिया साइडिंग में सैनिक ट्रांसपोर्ट एवं पीएनएम कंपनी (प्रणब नमन) द्वारा ट्रांसपोर्टिंग किया जा रहा है. जो कोयला बाहर भेजा जा रहा है. उसकी कीमत 18 सौ रुपए प्रति टन जीएसटी सहित बताया जाता है. इस तरह देखा जाए तो एक दिन में 36000 में न्यूनतम 10000 टन जला हुआ कोयले का भी मिलावट हो रहा है. इस प्रकार एक दिन में एक करोड़ 80 लाख रुपए एवं महीने में लगभग 36 करोड रुपए का जला हुआ कोयला को मिक्स कर हेराफेरी की जा रही है. सही तरीके से इसकी जांच की जाए तो आंकड़े चौकाने वाले आ सकते हैं.
मालगाड़ी के अनलोडिंग के समय सबकुछ मिक्स हो जाता है
सीसीएल अधिकारियों, लोडर व कोयला खनन करने वाली कंपनियों के मिलीभगत से स्टाॅक स्थल पर आग लगने से जले हुए कोयले का राख और ओबी हाइवा के माध्यम से दोनों कोल साइडिंग तक पहुंचाया जाता है. इसके बाद लोडर के माध्यम से पहले कोयला लोड किया जाता है. फिर जले हुए कोयले के राख और ओबी को एक सतह पर लोड कर उस पर कोयला डाल दिया जाता है, ताकि यह पता नहीं चल सके कि इसमें मिलावट की गयी है. मालगाड़ी के अनलोडिंग के समय सबकुछ मिक्स हो जाता है. जिस वजह से यह मामला पकड़ में नहीं आता. इस मामले पर मगध संघमित्रा क्षेत्र के महाप्रबंधक नृपेन्द्रनाथ से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में नहीं है. मगध बहुत बड़ी कोलियरी है जहां से दो चार हाइवा जला हुआ कोयला व ओबी जाता होगा. इससे मैं इंकार नहीं कर रहा. अगर इस तरह की सूचना हो तो मुझे दीजिए, मैं इस पर नियंत्रण करूंगा.
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