Ranchi : वर्ल्ड हार्ट डे हर साल 29 सितंबर को मनाया जाता है. इस दिन धुर्वा स्थित पारस एचईसी हॉस्पिटल में निशुल्क हृदय जांच शिविर लगाया जायेगा. इस कैंप में कार्डियक कंसलटेंट, डाइटिशियन और न्यूट्रिशन कंसलटेंट मौजूद रहेंगे. शिविर में रैंडम ब्लड शुगर, ईसीजी, टूडी-इको कार्डियोग्राफी और ट्रेड मिल टेस्ट किया जायेगा. इसके अलावा हेल्थ टॉक का भी आयोजन किया जायेगा, जहां लोग हेल्थ एक्सपर्ट्स से अपने सवालों को जवाब पूछ सकेंगे. अगर किसी मरीज को डॉक्टर एक्स्ट्रा टेस्ट कराने को कहेंगे तो उनको 50 प्रतिशत की छूट भी मिलेगी. जिन मरीजों को निशुल्क जांच कराना है, वो पारस हॉस्पिटल एचईसी, धुर्वा में संपर्क कर सकते हैं.
“हृदय का उपयोग करें, हृदय को जानें” है वर्ल्ड हार्ट डे की थीम
पारस हॉस्पिटल के सीनियर कार्डिलॉजिस्ट डॉक्टर महेश कुशवाहा ने कहा कि हर साल 29 सितंबर को वर्ल्ड हार्ट डे मनाया जाता है. इस साल की थीम “हृदय का उपयोग करें, हृदय को जानें” है. इसका उद्देश्य लोगों को अपने हृदय की देखभाल करने के लिए प्रोत्साहित करना और नेताओं से हृदय संबंधी स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का आग्रह करना है. कहा कि हर साल हजारों की संख्या में लोग हार्ट डिजीज से मरते हैं. अगर किसी को हार्ट संबंधित को बीमारी हो तो वह तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें.
समय पर और अच्छी डाइट से हार्ट रहेगा हेल्दी
कार्डियक सर्जन डॉक्टर कुणाल हजारी ने कहा कि वर्ल्ड हार्ट डे में लोगों को मेरा संदेश है कि आप हमेशा खुश रहे और मस्त रहे. रिलेक्स रहना सीखे. क्वालिटी ऑफ लाइफ जिये. मन में कभी भी नेगेटिव सोच नहीं रखें. गुस्सा ना करें. वहीं कार्डिलॉजिस्ट डॉक्टर कुंवर अभिषेक ने कहा कि समय पर और अच्छी डाइट लेंगे तो हार्ट हमेशा ठीक रहेगा. हार्ट की बीमारी से बचना जरूरी है. हार्ट को हेल्दी रखने के लिए एक्सरसाइज करें. साथ ही हरी सब्जियां और फल का सेवन करे.
पारस एचईसी हॉस्पिटल में अब कैंसर का भी होगा इलाज
पारस एचईसी हॉस्पिटल में अब कैंसर का भी इलाज होगा. पारस हॉस्पिटल के फैसिलिटी निदेशक डॉ नीतेश कुमार ने कहा कि हॉस्पिटल में पारस कैंसर सेंटर खोला गया है. रांची के जाने माने ऑन्कोलॉजी की टीम इस सेंटर में काम करेगी. सभी डॉक्टर टाटा मेमोरियल हॉस्पिटल मुंबई से प्रशिक्षित है. बताया कि प्रिवेंटिव कीमोथेरेपी के लिए जो जरुरत पड़ती है, सभी सुविधाएं यहां उपलब्ध है. चार से पांच माह के अंदर रेडियेशन ऑन्कोलॉजी और पेट स्कैन की भी सुविधा भी शुरू होगी. इसका लाभ यह होगा कि अगर कैंसर मरीज किडनी, हार्ट सहित अन्य बीमारी होगी तो उनको दूसरे हॉस्पिटल में नहीं जाना पड़ेगा. एक ही छत के नीचे सभी बीमारियों का इलाज संभव हो पायेगा. बताया कि पिछले दो सालों में पारस हॉस्पिटल में कई नये विभागों को जोड़ा गया है. इनमें मदर एंड चाइल्ड यूनिट, ब्लड बैंक, छाती रोग विभाग (चेस्ट संबंधी बीमारी) शामिल हैं. इसके अलावा न्यूरो सर्जरी और ऑर्थोपेडिक और जनरल सर्जरी की सुविधा का भी विस्तार किया गया.