Ghatshila (Rajesh Chowbey) : परंपरागत स्वशासन व्यवस्था पूर्वी सिंहभूम माझी पारगाना महाल के प्रखंड अध्यक्ष सह देश विचार सचिव बहादुर सोरेन की अध्यक्षता में बुधवार को एसडीओ कार्यालय के बाहर आक्रोश महाधरना आयोजित किया गया. परंपरागत हथियार तीर-धनुष, भला, मदल-धमशा के साथ आक्रोश महाधरना में महिला पुरुष शामिल हुए.
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आदिवासियों के अधिकारों को उल्लंघन किया जा रहा
महाधरना को संबोधित करते हुए बहादुर सोरेन ने कहा कि पांचवी अनुसूची क्षेत्रों में दिए गए आदिवासियों के अधिकारों को उल्लंघन किया जा रहा है. मासिक पारगाना महाल द्वारा कई बार आवेदन देने के बावजूद पांचवी अनुसूची क्षेत्र में ग्राम सभा में पारित किए बिना ही जमीन की धड़ल्ले से खरीद बिक्री हो रही है. इतना ही नहीं जमीन का नेचर भी बदल दिया जा रहा है. जमीन पर घेराबंदी किये जाने का विरोध ग्राम प्रधान एवं माझी परगना महाल करता है. उन्होंने कहा कि पाटमहुलिया, काकडीशोल, महुलिया, ठाकुरबाड़ी, कीताडीह सहित अन्य गांव में ग्राम सभा से बिना पारित करवाए ही जमीन को खरीद बिक्री की जा रही है जिसका पारगाना महाल जोरदार विरोध करता है.
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मुख्यमंत्री, राज्यपाल एवं राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा
महाधरना के अंत में महाल की प्रतिनिधि मंडल द्वारा एसडीओ के माध्यम से मुख्यमंत्री, राज्यपाल एवं राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया. महाधरना में मुख्य रूप से जिला सचिव सुधीर कुमार सोरेन, रामधन बास्के, छोटू सिंह, मतला टुडू, सुधीर बिषई, लाल मोहन सिंह, छीता सोरेन, मायनो बेसरा, तुलसी महतो सहित अन्य उपस्थित थे.
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