Giridih : गिरिडीह (Giridih)- तीन जिले के 39 प्रखंडों का प्रभार एक श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी (एलईओ) के जिम्मे हैं. ये तीनों जिले हैं गिरिडीह, हजारीबाग और बोकारो. गिरिडीह के 13 , हजारीबाग के 16 व बोकारो के 10 प्रखंडों की जिम्मेवारी एलईओ देव कुमार मिश्र संभाल रहे हैं. सप्ताह में एक दिन वे गिरिडीह आते हैं. श्रम नियोजन एवं प्रशिक्षण विभाग में एलईओ का पद महत्वपूर्ण है. इन पर श्रम, कारखाना व भवन निर्माण कर्मकार अधिनियम, मिनिमम वेजेस एक्ट तथा मुख्यालय को रिपोर्ट देने की जिम्मेदारी होती है.
एलईओ की कमी के कारण श्रम विभाग को श्रमिक कल्याण कार्यक्रम संचालन में परेशानी हो रही है. इसके साथ ही मजदूरों के पलायन रोकने और जिले से काम की तलाश में बाहर जाने वाले श्रमिकों का पुनर्वास भी नहीं हो पा रहा है.
श्रमिकों के पलायन व मानव तस्करी रोकने की जिम्मेवारी
देश के महानगरों व अन्य शहरों में मजदूरों के पलायन व मानव तस्करी रोकने के लिए बनाई गई प्रखंड स्तरीय समिति में एलईओ की महत्वपूर्ण भूमिका रहती है. इन्हें बीडीओ व सीओ को प्रखंडों से बाहर जाने वाले मजदूरों का आंकड़ा देना होता है.
जागरूकता अभियान के लिए 37 श्रमिक मित्र
जिले में विभागीय योजनाओं के प्रचार-प्रसार व जागरूकता अभियान के लिए सभी प्रखंडों में श्रमिक मित्र तैनात किए गए हैं. श्रमिक मित्र को एक मजदूर के निबंधन पर सिर्फ 10 से 15 रुपये कमीशन मिलते हैं. मानदेय निर्धारित नहीं होने के कारण श्रमिक मित्र को जागरूकता अभियान चलाने में कम रुचि रहती है. यही कारण है कि आबादी के हिसाब से जिले में निबंधित मजदूरों की संख्या कम है.
13 की जगह 1 एलईओ
श्रम अधीक्षक रविशंकर ने बताया कि विभाग में अधिकारियों की कमी है. जिले में 13 एलईओ की जगह मात्र एक हैं. सभी प्रखंडों में 1 एलईओ को तैनात किया जाना चाहिए. एलईओ की जगह श्रमिक मित्रों से काम लिए जा रहे हैं.
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