Godda : गोड्डा नगर परिषद के कार्यकलापों को समझना आम जनता के लिए मुश्किलों भरा है. नगर परिषद की सुविधाओं का पैमाना सड़क के किनारे रहनेवालों के लिए अलग और गलियों में रहनेवालों के लिए अलग है. उसमें भी वैसे मोहल्ले जो मुख्य बाजार के आसपास हैं, उन्हें प्राथमिकता दी जाती है. वहीं, जो मोहल्ला मुख्य बाजार से थोड़ी दूरी पर हैं वहां के लोगों को अपेक्षाकृत कम सुविधाएं दी जा रही हैं. नगर परिषद का यह वर्गीकरण रोजमर्रा के क्रियाकलापों में स्पष्ट दिखता है.
वार्डवार मोहल्लों का यह विभाजन कर्मियों द्वारा ही अपनी सुविधानुसार किया गया है. नगर परिषद के भंग होने से पहले संबंधित वार्ड पार्षद भी उसी अनुरूप यह तय कर गए कि उनके लोगों को ज्यादा साफ-सफाई व लाइट की व्यवस्था मिले. वहां से बचने के बाद ही दूसरी पट्टी की लोगों को सुविधा मिले. कमोवेश यही मानसिकता परिषद के भंग होने के बाद भी कायम है. मच्छर भागने वाली फॉगिंग मशीन का उपयोग किस किस मोहल्ले में हुआ होगा यह तो गली वालों को नहीं मालूम, लेकिन बाजार और उसके आसपास में फॉगिंग अमूमन देखने को मिल जाती है. कई मोहल्ले में तो पिछले कई सालों से फॉगिंग हुई ही नहीं.
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