Garhwa: शिक्षक दिवस के मौके पर नीलांबर-पीतांबर बहुद्देशीय सांस्कृतिक भवन टाउन हॉल में शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन एवं पुस्तकालय का उद्घाटन किया गया. पर्यटन मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने शिक्षकों को शॉल ओढ़ाकर, बुके एवं सूटकेस देकर सम्मानित किया. साथ ही अपने गुरुजनों का पैर छुकर आशीर्वाद लिया. तत्पश्चात मंत्री ने फीता काटकर एवं दीप जलाकर पुस्तकालय का उद्घाटन किया. ठाकुर ने कहा कि समाज में गुरु का स्थान सबसे उंचा है. गुरू ही हमें शिक्षा एवं संस्कार देते हैं. उन्होंने कहा कि गढ़वा एक समय में सभी आधारभूत सुविधाओं से वंचित था। साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में भी पिछड़ा हुआ था। परंतु आज गढ़वा शिक्षा के क्षेत्र में एक मुकाम हासिल कर चुका है. यहां के छात्र सिविल सेवा सहित कई बड़े पदों पर आसिन होकर देश का नाम रौशन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि गढ़वा हर क्षेत्र में विकास कर रहा है. गढ़वा के माथे पर लगा पिछड़ेपन का कलंक धूल गया है.
ठाकुर ने कहा कि आज के समय में गढ़वा शिक्षा, खेल, सामाजिक कार्य, आधारभूत संरचना सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ रहा है. इसमें शिक्षण संस्थानों की भी अहम भूमिका है. मंत्री ने कहा कि झारखंड को शिक्षा के क्षेत्र में अव्वल बनाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है. आने वाले समय में गढ़वा एवं झारखंड शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनायेगा. उन्होंने उपस्थित विद्यार्थियों से अपील करते हुए कहा कि सिर्फ एक दिन शिक्षकों का सम्मान करने से शिक्षक दिवस मनाने का कार्य पूर्ण नहीं होता, बल्कि प्रतिदिन शिक्षकों का सम्मान करें एवं उनके बताये रास्ते पर चलें. मौके पर मुख्य रूप से झामुमो के केंद्रीय प्रवक्ता धीरज दुबे, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार, कौशल कुमार, सेवानिवृत शिक्षक दिनेश सिंह, बलराम तिवारी, पारस तिवारी, अशर्फी राम, शांति निवास उवि की प्राचार्य सिस्टर रौशना, विश्व विजय सिंह, राजा राम पासवान, उमेश राम, सुनीता देवी, अनुपमा प्रतिभा तिर्की सहित काफी संख्या में शिक्षक एवं अन्य लोग उपस्थित थे.
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