Ranchi:गुमला जिले में एक ही परिवार के 5 लोगों की नृशंस हत्या के मामले में झारखंड हाईकोर्ट ने राज्य सरकार से विस्तृत जवाब मांगा है. अदालत ने सरकार से पूछा है कि अब तक इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए क्या कदम उठाए गए हैं इसकी विस्तृत जानकारी जवाब के माध्यम से दी जाए.
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अगली सुनवाई 8 अप्रैल को होगी
इस स्वतः संज्ञान को जनहित याचिका में तब्दील करते हुए अदालत ने सुनवाई की. सुनवाई के दौरान राज्य सरकार की तरफ से महाधिवक्ता राजीव रंजन ने अदालत के समक्ष पक्ष रखा और अब तक सरकार के द्वारा ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उठाए गए कदमों की जानकारी दी. अब इस मामले की अगली सुनवाई 8 अप्रैल को होगी.
“हाईकोर्ट ने मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा कि हम सब पर समाज में व्याप्त इस कुरीति रूपी राक्षस को खत्म करने का उत्तरदायित्व है”, “कोर्ट समाज और अधिवक्ता समाज को इस मामले को एक जिम्मेदारी के रूप में लेना चाहिए ओर डायन हिंसा खत्म करने के लिए अपने महत्वपूर्ण सुझाव देने चाहिए”
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24 फरवरी को हुई थी 5 लोगों की हत्या
बता दें कि झारखंड के गुमला के बुरुहातू आमटोली गांव में बीते 24 फरवरी को एक ही परिवार के पांच लोगों की कुल्हाड़ी से काटकर निर्मम हत्या कर दी गई थी. मृतकों में निकुदीन तोपनो (60), जोस्पीना तोपनो (55), भीनसेंट तोपनो(35), शिववंती तोपनो(30), भालवीन तोपनो (5 ) शामिल था. यह घटना देर रात की बताई जा रही थी.
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मामले में 8 लोगों को किया गया है गिरफ्तार
सुबह लोगों ने खून से लथपथ शवों को देखकर पुलिस को सूचना दी थी. पांच सदस्यों की हत्या जादू टोना को लेकर की गयी थी. गांव में हाल के दिनों में कुछ लोग बीमार हुए थे और कुछ लोगों की मौत हो गयी थी. इससे गांव के लोग अंधविश्वास में आ गये और बैठक कर नरसंहार की घटना को अंजाम दिया. मामले में पुलिस के हाथ सबूत लगे हैं. पुलिस के अनुसंधान में डायन बिसाही में हत्या की पुष्टि हुई है. नरसंहार मामले में बीते 26 फरवरी को कामडारा थाना की पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया है.
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