Ranchi : हेमंत सरकार ने शुक्रवार को पूरे उत्साह के साथ बजट पेश कर दिया. उन्होंने जनता से जो वादे किये थे, उसे इस बजट के जरिये पूरी करने की कोशिश की. हेमंत सरकार का लक्ष्य शुरू से ही राज्य का विकास रहा. इसी पर चलते हुए सरकार का फोकस शिक्षा, रोजगार, कृषि और उद्योग समेत हर क्षेत्र पर रहा. बजट में सरकार ने हर वर्ग को साथ लेकर चलने का संकेत दिया. बजट में मानकी मुंडा व्यवस्था से लेकर भाषा पर भी जोर दिया. इस पर शुभम संदेश की टीम ने सत्ता पक्ष और विपक्ष के नेताओं से उनकी राय ली.
पूर्व की सरकार का बजट केवल लूट के लिए बनता था : सुप्रियो
वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए पेश हेमंत सोरेन सरकार के 1,16,418 करोड़ के बजट को झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने आम लोगों के हित वाला बजट बताया है. पार्टी के वरिष्ठ नेता सुप्रियो भट्टचार्य ने कहा है कि पूर्व की सरकार (रघुवर सरकार) का बजट केवल और केवल ठेकेदारी और बड़े भवन के निर्माण कर लूट के लिए बनता था. वहीं, हमारी सरकार की पहली प्राथमिकता आम लोगों का बुनियादी विकास है. उन्होंने कहा, इस बार के बजट में पहली बार शिक्षा, स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास, कृषि को एक खास लक्ष्य के साथ सामने लाया गया है. 2017 के बजट में शिक्षा में सबसे ज्यादा 6 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी. इस कारण प्राथमिकता स्कूलों को बंद करना था.
मजदूर और महिलाओं के लिए कोई प्रावधान नहीं : रघुवर दास
झारखंड सरकार द्वारा वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए पेश किए गए बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि विकास की कसौटी पर यदि हेमंत सरकार के बजट को कसा जाए तो यह खरा नहीं उतरता है. आमदनी और खर्च में विषमता बढ़ रही है. इससे सामाजिक समानता को बढ़ावा नहीं मिलता दिख रहा है. वर्ष 2022-23 के बजट पर हेमंत सरकार को बताना चाहिए कि जो पैसा गरीब जनता के लिए था, वह खर्च क्यों नहीं हुआ? इसके लिए कौन जिम्मेदार है? सरकार उन पर क्या कार्रवाई कर रही है? अक्षम नेतृत्व और अक्षम सरकार द्वारा 2023-24 का दिशाहीन बजट पेश किया गया है.
यह राज्यहित का बजट हैः जोबा मांझी
राज्य की महिला-बाल सामाजिक कल्याण मंत्री जोबा मांझी ने कहा कि यह राज्यहित का बजट है. सरकार शुरू से महिलाओं के विकास पर जोर देती रही है. वही इस बजट में दिखाई दे रहा है. मेरे विभाग में कई नई योजनाओं की घोषणा हुई है.
विपक्ष का रवैया है गैर जिम्मेदाराना : मिथिलेश
राज्य के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि विपक्ष का रवैया आज बहुत ही गैर जिम्मेदाराना रहा है. सरकार सकारात्मक सोच के साथ बजट लाती है. सरकार ने अच्छा बजट पेश किया है. इसका फायदा होगा.
सभी वर्गों का ख्याल रखा गया हैः हफीजुल
मंत्री हफीजुल अंसारी ने कहा कि यह बहुत अच्छा बजट है. इस बजट में सभी वर्गों का ख्याल रखा गया है. यह पिछली बार के मुकाबले अच्छा बजट है. इस बजट के जरिये सरकार ने सभी को साथ लेकर चलने का संदेश दिया है. इसमें विकास पर ध्यान दिया गया है.
यह झारखंड के हित का बजट हैः चंपई सोरेन
मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि यह बजट पूरी तरह पारदर्शी है. यह बजट झारखंड के हित का है. झारखंड बनने के बाद पहली बार इस तरह का संतुलित बजट पेश किया गया है. इसमें प्रदेश के सभी समुदाय को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है.
बजट में हर वर्ग का है ख्याल : सुदिव्य कुमार
झामुमो विधायक सुदिव्य कुमार सोनू ने कहा कि इस बजट को बहुत सोच-समझ कर बनाया गया है. इस पर काफी मेहनत की गयी है. हर वर्ग की उम्मीदों का ख्याल रखा गया है. तभी बजट पेश किया गया. इसमें हर वर्ग के लिए कुछ न कुछ दिया गया है.
रोजगार पर ध्यान दिया गया : विकास सिंह मुंडा
विधायक विकास सिंह मुंडा ने कहा कि इस बजट में राज्य के अंतिम और कमजोर वर्ग पर पूरा ध्यान दिया गया है. उनके लिए शिक्षा, सुरक्षा और रोजगार पर ध्यान दिया गया है. जो उम्मीद उन्होंने हेमंत सरकार से लगाई थीं, वह पूरा हुआ है.
हमारी सरकार ने अच्छी बजट पेश की : स्टीफन
झामुमो विधायक स्टीफन मरांडी ने कहा कि हमारी सरकार ने कृषि और ग्रामीणोन्मुखी बजट पेश की है. इससे ग्रामीण क्षेत्र का विकास तेजी से होगा. जो लोग विरोध कर रहे हैं, उन्हें इसका अध्ययन करना चाहिए. तब इस पर अपनी बात कहनी चाहिए. इसमें रोजगार और युवाओं का विशेष ध्यान रखा गया है.
यह पूरी तरह से संतुलित बजट हैः मथुरा प्रसाद
झामुमो विधायक मथुरा प्रसाद महतो ने कहा कि यह पूरी तरह से संतुलित बजट है. इसमें हर वर्ग के लोगों को ध्यान में रखा गया है. खासकर किसानों और छात्रहित का विशेष ध्यान रखा गया है. उनके लिए ऐसी योजनाएं लाई गई हैं, जो उनके लिए विकास के मार्ग प्रशस्त करेगी.
यह बजट बहुत ही बढ़िया है : विलियम मरांडी
झामुमो विधायक विलियम मरांडी ने कहा कि बजट बहुत बढ़िया है. यह बजट लोकहित का और झारखंड वासियों का है. जो वादा किया गया था उसका पूरा समावेश इस बजट में किया गया है. इस बजट में रोजगार से लेकर कृषि और उद्योग पर जोर दिया गया है.
बजट में कई अच्छे प्रस्ताव लाए गए हैं : दीपक
झामुमो विधायक दीपक बिरूआ ने कहा कि सरकार ने बजट में कई अच्छे प्रस्ताव लाए हैं. इसका असर जल्द ही जमीन पर दिखेगा. कोरोना के बाद सरकार ने राज्य के विकास पर जोर दिया. लोगों के लिए भोजन से लेकर आय की व्यवस्था की. उनके लिए रोजगार की व्यवस्था की.
अभी पढ़ेंगे तब कुछ बताएंगे : लोबिन हेंब्रोम
सरकार और सीएम से नाराज चल रहे झामुमो विधायक लोबिन हेब्रोम ने मीडिया द्वारा बार-बार पूछे जाने के बाद भी कुछ नहीं कहा. बस इतना कहा कि अभी पढ़ेंगे, अध्ययन करेंगे. इसके बाद बोलेंगे इस बजट के बारे में. उनका बजट को लेकर कुछ नहीं कहना यह दर्शाता है कि वे सरकार से नाराज चल रहे हैं.
यह बजट बहुत ही अच्छा है : सीता सोरेन
झामुमो विधायक सीता सोरेन ने कहा कि यह बजट बहुत अच्छा है. विकास का जो खाका बनाया गया है, वह इस बजट में दिखाई देता है. इस बजट से सभी के सपने पूरे होंगे. लोगों को इस बजट से काफी उम्मीदें हैं. वह इस बजट से पूरा होगा. इसमें हर वर्ग के बारे में विचार किया गया है.
यह झारखंड की जनता के लिए हैः कालिंदी
झामुमो विधायक मंगल कालिंदी ने कहा कि यह बजट झारखंड के साढ़े तीन करोड़ जनता के लिए है. यह उनके सपनों को पूरा करनेवाला बजट है. इस बजट में जनहित के कई मामले को रखा गया है. गरीब और कमजोर वर्गों का खास ख्याल रखा गया है. उनके लिए कई योजनाएं लाई गई हैं.
यह बजट किसान हित में है : रामदास सोरेन
झामुमो विधायक रामदास सोरेन ने कहा कि यह बजट राज्यहित, किसान हित, मजदूर हित, छात्र हित और आम जनता के हित में है. इसमें गरीब और किसान वर्ग का विशेष ध्यान रखा गया है. उनके लिए कई योजनाएं लाई गई हैं. जब योजनाएं लागू होंगी तो इसका फायदा पूरे राज्य के लोगों को मिलेगा.
यह आम लोगों का बजट हैः सुखराम उरांव
झामुमो विधायक सुखराम उरांव ने कहा कि यह आम बजट, आम बजट की तरह ही है. यह आमलोगों का बजट है. इसमें सभी विषयों को लिया गया है. इसमें एक अच्छी बात यह है कि मानकी मुंडा व्यवस्था पर जोर दिया गया है. ग्रामीण क्षेत्र में मानकी मुंडा व्यवस्था को बजट में लेना बहुत ही अच्छी बात है.
सिंचाई पर फोकस किया गया हैः सुनिल केडिया
बजट में टूरिज्म, कृषि, सिंचाई, इंफ्रास्ट्रक्चर, समाज कल्याण सहित अन्य की दिशा में विशेष रूप से फोकस किया गया है. इस पर फोकस कर सरकार ने अपनी विकास के रास्ते पर चलने का संदेश दिया है. जनता को यही उम्मीद थी. आज के दौर में जब विकास का खाका बेहतर होगा, तभी रोजगार और आय बढ़ेगा.
एमएसमएई पॉलिसी लागू करने का प्रस्ताव स्वागतयोग्य विमान उड़ानों को लेकर फैसला सुखद : किशोर मंत्री
एफजेसीसीआइ के अध्यक्ष किशोर मंत्री ने कहा कि प्रसन्नता है कि राज्य सरकार ने हमारे सुझावों को सम्मान देते हुए औद्योगिक क्षेत्र के इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के लिए बजटीय अनुशंसा के साथ ही नई इकाइयों की स्थापना के लिए नये औद्योगिक क्षेत्र का निर्माण प्रस्तावित किया है. बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन, ग्रामीण क्षेत्र में औद्योगीकरण के लिए डेडिकेटेड एमएसएमई निदेशालय स्थापित करने का प्रस्ताव और नई एमएसमएई पॉलिसी लागू करने का प्रस्ताव स्वागतयोग्य है. देवघर, जमशेदपुर से कॉमर्शियल उडानों का संचालन प्रारंभ करने के लिए करोडों रुपये का आवंटन सुखद है.
स्वास्थ्य क्षेत्र में की गई बजटीय अनुशंसा स्वागत के योग्य चिकित्सा पर और राशि देनी चाहिए थी: डॉ अभिषेक
एफजेसीसीआइ के महासचिव डॉ अभिषेक रामाधीन ने बताया कि सरकार द्वारा औद्योगिक विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट और स्वास्थ्य क्षेत्र में की गई बजटीय अनुशंसा स्वागतयोग्य है. उन्होंने कहा कि हालांकि पिछले वर्ष की भांति इस वर्ष भी कुल बजट का 6 प्रतिशत अनुदान ही हेल्थ सेक्टर को दिया गया है. राज्य में चिकित्सा सेवा के विस्तार के लिए हेल्थ का बजटीय एलोकेशन बढ़ाते हुए 8 फीसदी करना चाहिए था. वर्तमान वित्तीय वर्ष का सकल बजट बढाकर 1,16,418 करोड़ किया गया है, यह अच्छा है. हमारा मानना है कि उद्योग, व्यापार और निवेश को बढावा देने के लिए अन्य जरूरी चीजों पर और अधिक ध्यान देने की आवश्यकता थी.
झारखंड सरकार ने राज्य की आर्थिक प्रगति का सकारात्मक संदेश दिया हैः आदित्य मल्होत्रा
आदित्य मल्होत्रा ने कहा, राज्य में औद्योगिक विस्तार के लिए नई एमएसएमई पॉलिसी का लागू किया जाना स्वागतयोग्य कदम है. सरकार ने बजट के माध्यम से राज्य की आर्थिक प्रगति का सकारात्मक संदेश दिया है.उनकी नीति राज्य को विकास के रास्ते पर ले जाने की है, जो इस बजट से पता चलता है. रिजनल कनेक्टिवीटी में वृद्धि, निर्बाध विद्युत आपूर्ति, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र को मजबूत करने के लिए भी पर्याप्त बजटीय अनुशंसा की गई है. इसका फायदा लोगों को मिलेगा. जब यह जमीन पर उतरेगा तो इस पर काम होगा. सरकार ने संतुलित बजट पेश कर विकास करने की मंशा जाहिर कर दी है.
राज्य के बजट में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए हर उपाय किये गये हैंः अमित शर्मा
झारखंड चैंबर के उपाध्यक्ष अमित शर्मा ने कहा कि यह बजट स्वागतयोग्य बजट है. सरकार ने बजट के माध्यम से स्वास्थ्य, शिक्षा, सड़क, रोजगार सृजन और औद्योगीकरण के साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती देने के लिए हर उपाय किये हैं. यह किसी भी राज्य के विकास के लिए जरूरी है. इसके बिना विकास की रुपरेखा तैयार नहीं की जा सकती है. इसलिए सरकार ने इस पर फोकस कर उद्देश्य बता दिया है. वहीं खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए ग्रास रूट ट्रेनिंग सेंटर और सिद्धो कान्हू युवा क्लब स्थापित किये जाने का निर्णय स्वागतयोग्य है. इससे ग्रामीण क्षेत्रों में युवाओं में जोश का संचार होगा.
औद्योगिक निवेश पर फोकस करना राज्य सरकार की प्रशंसनीय पहलः रोहित पोद्दार
चैंबर के सह सचिव रोहित पोद्दार ने कहा- बजट में टूरिज्म और औद्योगिक निवेश पर फोकस करना राज्य सरकार की प्रशंसनीय पहल है. वैसे भी झारखंड पर्यटन के लिए जाना जाता है. यहां पर इस क्षेत्र के विकास के लिए पर्याप्त संसाधन मौजूद हैं. बस इसके लिए सिर्फ कारगर योजना बनाने की है. वह हेमंत सरकार ने कर दिखाया है. जब पर्यटन क्षेत्र का विकास होगा तो वहां पर रोजगार के अवसर बढ़ेंगे. इससे युवाओं को रोजगार तो मिलेगा ही साथ ही पलायन भी रुकेगा. वहीं इंफ्रास्ट्रक्चर पर सरकार ने सकारात्मक मंशा दिखाते हुए पर्याप्त बजटीय अनुशंसा की है, जो प्रशंसनीय है.
टूरिज्म को उद्योग का दर्जा देते हुए अलग से पर्यटन नीति का गठन स्वागतयोग्यः शैलेश अग्रवाल
चैंबर के सह सचिव शैलेश अग्रवाल ने कहा टूरिज्म को उद्योग का दर्जा देते हुए अलग से पर्यटन नीति का गठन स्वागतयोग्य है. आज के दौर में यह निवेश और रोजगार का बड़ा क्षेत्र माना जाता है. कई राज्य इसके जरिये आगे बढ़ रहे हैं. इसी राह पर राज्य सरकार चल रही है. उनका यह अच्छा कदम है. राज्य में कई ऐसे क्षेत्र हैं, जहां टूरिज्म पर काम किया जा सकता है. सरकार ने नेतरहाट को टूरिज्म डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए नेतरहाट टूरिस्ट डेवलपमेंट अथॉरिटी गठित करने के साथ ही पर्यटन क्षेत्र में निजी निवेश को बढावा देने के लिए विभिन्न प्रोत्साहन एवं सब्सिडी का प्रावधान किया है, जो प्रशंसनीय है.
हजारीबाग :
यह बजट भविष्य की नींव है : रूचि कुजूर
यह बजट आने वाले भविष्य की नींव है. राज्य के वित्तमंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने सदन के पटल पर केवल आय-व्यय का दस्तावेज ही नहीं रखा है, अपितु यह झारखंडवासियों के आज और कल की आशाओं की मूक अभिव्यक्ति को भी वाणी दी है.
राजद जिलाध्यक्ष संजर मलिक ने कहा कि जनहित की सरकार ने राज्य बजट में सभी वर्गों का ख्याल रखा. शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि से लेकर हर क्षेत्र में कुछ-न-कुछ बजट में लाया गया. युवाओं के लिए रोजगार के द्वार खुलेंगे.
नूतननगर निवासी प्रतिमा मिश्रा ने कहा कि बजट संतुलित नहीं रखा गया. महिलाओं के लिए कोई विशेष पैकेज नहीं मिला और न महंगाई पर नियंत्रण हो पाया. बजट में सबकुछ ठीक है, लेकिन रसोई गैस के बढ़े दाम पर नियंत्रण नहीं हो सका.
शिवदयालनगर निवासी सचिन कुमार ने कहा कि सीधे रोजगार के कोई साधन नहीं इस बजट में दिखाई नहीं देता. ऐसे में पढ़-लिखकर भी विद्यार्थी बेरोजगार हैं. केंद्र सरकार का भी वही हाल है. अब राज्य सरकार भी उसी रास्ते चल रही है.
प्राथमिक शिक्षक दिलीप सिन्हा ने कहा कि राज्य सरकार का स्वागत है. हेमंत हैं, तो हिम्मत है. सरकार इस बजट के माध्यम से हर वर्ग को खुश किया है. वह विद्यार्थी वर्ग हो या शिक्षक-कर्मचारी और किसान.
बजट पर हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल के मीडिया प्रतिनिधि रंजन चौधरी ने कहा कि वर्तमान गठबंधन की सरकार ने इस वित्तीय वर्ष के बजट में झारखंड के सभी वर्गों के लिए सिर्फ जुमलेबाजी दी है.
रांची :
इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का ध्यान नहीं : सुभाष वर्मा
छात्र सुभाष वर्मा ने कहा कि बजट में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट का ध्यान नहीं रखा गया है. सरकार को इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट पर बल देनी चाहिए, ताकि सर्वव्यापी विकास हो. सबका विकास हो और राज्य आगे बढ़ सके.
छात्र श्रवण राणा ने कहा कि यह बजट मिला-जुला रहा. बजट में सरकार का प्रर्दशन संतोषजनक नहीं रहा. मुझे नहीं लगता है कि जनता के लिए सरकार कोई बड़ी योजना लेकर आई है.
छात्रा कोमल कुमारी ने कहा कि बजट में महिलाओं को खासकर युवा महिलाओं के लिए कुछ खास नहीं है क्योंकि अगर हमें राज्य को सुधारना है तो आधी आबादी को छोड़कर राज्य का विकास नहीं हो सकता है.
कृषि क्षेत्र के लिए कुछ खास नहींः दिव्या
छात्रा दिव्या ज्योती ने कहा कि झारखंड की अर्थव्यवस्था बहुत हद तक कृषि पर निर्भर है, लेकिन कृषि क्षेत्र के लिए इस बजट में कुछ खास नहीं किया गया है. ऊपर ऊपर से तो यह बजट बहुत बड़ा लगता है.
झारखंड प्रदेश राष्ट्रीय जनता दल के मुख्य प्रवक्ता सह महासचिव डॉ मनोज कुमार ने बजट पर अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि झारखंड सरकार द्वारा पारित बजट राज्य हित में है. यह जनहित में है. सर्वमान्य और सराहनीय बजट है.
वहीं जदयू के प्रदेश प्रवक्ता सागर कुमार ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए घोषित राज्य सरकार का बजट सामान्य है. उन्होंने कहा कि बजट और बेहतर बनाया जा सकता था. कृषि के क्षेत्र में बजट की निधि और बढ़ाने से लोगों को स्वरोज़गार मिलता.
यह ब्रिलिएंट बजट है : शिल्पी नेहा तिर्की
ये एक ब्रिलिएंट बजट है. इसमें किसानों से लेकर महिलाओं तक का ख्याल रखा गया है. केसीसी लोन से राहत, खाद और पशुपालन जैसी कल्याणकारी योजनाओं पर फोकस रखा गया है.
विपक्ष का काम ही है नुक्स निकालना हैः भूषण बाड़ा, सिमडेगा विधायक
बजट बहुत ही संतुलित है. पिछली बार के बजट में जो कमियां रह गयी थीं, उसे इस बजट में पूरा किया गया है.
ये बजट नहीं बल्कि भजट है. मतलब सिर्फ भांजना. पिछली बार के बजट का क्या हुआ. बताईए सिर्फ आकार बढ़ा देने से क्या होता है. ये बजट पूरी तरह से निराशाजनक बजट है. इससे कोई उम्मीद नहीं की जा सकती है.
बहुत ही उदासीन बजट है : अमर बाऊरी
भाजपा विधायक अमर बाऊरी ने झारखंड बजट पर अपने विचार दिये. उन्होंने कहा कि बहुत ही खराब और उदासीन बजट पेश किया है वित्त मंत्री ने. एक समार्ट फोन देकर अपनी पीठ थपथपा रही है, जबकि इससे पहले कस्तूरबा स्कूल ने टैब देने की घोषणा की थी.
भाजपा विधायक नीलकंठ सिंह मुंडा ने कहा कि यह पूरी तरह से निराशाजनक बजट है. झारखंड के लिए कुछ भी नहीं है. झारखंड के लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. पिछले 20-22 सालों में ऐसा बजट देखने को नहीं मिला था.
भाजपा विधायक नीरा यादव ने कहा कि इस बजट का नाम तो हमीन कर बजट दिया गया है, लेकिन ये कहीं से हमीन कर बजट नहीं लगा. महिलाओं की केंद्र द्वारा दी गयी राशि खर्च करने में सरकार असफल रही है.
पूरी तरह फेल और बोगस बजटः भानू
विधायक भानू प्रताप शाही ने कहा कि अपने विधायक काल का सबसे बोगस और फेल बजट देखने को मिला. एक भी योजना ऐसी नहीं है जो जन जन को प्रिय हो और उन तक पहुंच बनाए. प्रमंडलीय योजनाओं का भी ख्याल नहीं रखा गया.
ये झारखंड की जनता की आंखों में धूल झोंकने वाला बजट है. कहने को तो सिर्फ बड़ी-बड़ी बाते हैं, लेकिन यहां के आदिवासी, मूलवासी, दलित और पिछड़ों के लिए इस बजट में कुछ भी नहीं है. इससे झारखंड की जनता की उम्मीदों पर पानी फिरा है.
हजारीबाग झारखंड विधानसभा में शुक्रवार 116418 करोड़ का बजट पेश किया गया. झारखंड सरकार की बजट पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल ने कहा कि यह घोर निराशाजनक बजट है.
हमीन कर बजट नहीं : दीपक प्रकाश
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि झारखंड सरकार का बजट दिशाहीन है. यह हमीन कर बजट नहीं बल्कि लूट कर बजट हेके. साफ लगता है यह राज्य को लूटने के लिए तैयार किया गया है.
वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने जो बजट पेश किया है, वो बजट नहीं, बल्कि ठगबंधन सरकार के तीन साल की नाकामियों का लेखा जोखा है. इस बजट को बजट नहीं बल्कि श्वेतपत्र कहा जाए तो कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी.
इस बजट को 100 में से जीरो नंबरप दूंगा. पुराने बजट को ही रिपैकेजिंग कर दिया गया है. ये नया तब होता जब 5 लाख नौकरियों की बात होती. वेतन और मानदेयी के लिए राशि तय होती.
यह बजट बेकार और बकवास है : बिरंची
ये बजट पूरी तरह से बंडल, बेकार और बकवास बजट है. हां इंजीनियरिंग सेक्टर में ज्यादा जोर दिया गया है. जिससे ज्यादा राशि की निकासी हो, कमीशनखोरी औऱ लूट हो. जिसके लिए ये सरकार कुख्यात है.
बजट पर पाकी विधायक शशिभूषण मेहता ने कहा कि इस बजट में ना तो युवाओं का ख्याल रखा गया है ना ही महिलाओं को ख्याल रखा गया है. वहीं ना ही किसानों का रखा गया और ना ही व्यवसायियों का.
सरकार ने दो साल कोरोना का बहाना बनाया और उसके बाद कहा कि राज्य का खजाना खाली है. अब बजट का आकार बढ़ा दिया गया है, लेकिन राज्य की जनता पूछ रही है पिछले बार की घोषणा पत्र का क्या हुआ.
कृषि की अनदेखी दुर्भाग्यपूर्णः रणधीर
बजट का आकार तो बहुत ही बड़ा है, लेकिन इस बजट में कृषि क्षेत्र की घोर अनदेखी हुई है. जबकि राज्य की 80 प्रतिशत जनता कृषि पर आश्रित है. देखें तो महज 12 प्रतिशत इस पर खर्च की गयी है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है.
ये बजट अब तक की किसी भी सरकार के द्वारा पेश किया गया सबसे निराशाजनक बजट है. इस बजट में ना तो किसानों के लिए ना मजदूरों के लिए ना युवाओं और ना ही महिलाओं के लिए कुछ है.
बजट का लाभ वर्तमान में आमलोगों को तो मिलेगी ही, आने वाली कई पीढ़ी को भी इसका लाभ मिलेगा. झारखंड सरकार ने झारखंड के आम लोगों के साथ यहां के संसाधनों का भी बजट में ध्यान रखा है. सामाजिक सुरक्षा को लेकर कई कदम उठाए गए.
सभी वर्गों का रखा गया ध्यान : देबू महतो
राज्य सरकार का बजट बहुत अच्छा है. सभी वर्गों को ध्यान में रखकर सरकार ने अपना बजट पेश किया है. इससे गरीब गुर्गे, युवा, किसान सभी का लाभ होगा. राज्य में युवाओं के लिये रोजगार के नय अवसर भी प्राप्त होंगे.
इस बजट में छात्र हित को लेकर कोई पहल नहीं की गई है. यह झारखंड की सरकार छात्र विरोधी है. सरकार को अपना वादा पूरा करते हुए रोजगार को प्रमुखता देना चाहिए. जो नहीं किया गया है.
बजट पर डाल्टेनगंज विधायक आलोक कुमार चौरसिया ने कहा कि 8 सालों में अब तक 8 बजट पेश हो चुके हैं. लेकिन यह बजट सबसे कमजोर बजट साबित हुआ. इसमें ना युवाओं का ख्याल रखा गया, ना ही महिलाओं का.
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