Pawan Singh
Medininagar: हुसैनाबाद अनुमंडल क्षेत्र के झारखंड बिहार सीमा पर स्थित पोलडीह उच्च विद्यालय 1960 में ग्रामीणों के अथक प्रयास से स्थापित हुआ था. वर्तमान में विद्यालय में झारखंड व बिहार के काफी संख्या में बच्चे पढ़ाई करते हैं. इस विद्यालय को प्लस टू का दर्जा दिलाने के लिए कई बार स्थानीय ग्रामीणों ने पलामू सांसद व विधायक को लिखित आवेदन दिया. किंतु अब तक पोलडीह उच्च विद्यालय को प्लस 2 का दर्जा नहीं मिला. स्थानीय पोलडीह पंचायत के पूर्व मुखिया अभय कुमार सिंह उर्फ टुना सिंह, समाजसेवी कृष्णा बैठा, विद्यालय के प्रधानाध्यापक देवनाथ राम, शिवलोक सिंह, जयेंद्र सिंह, अजय सिंह, मुकेश सिंह, विंध्याचल सिंह, युगलाल राम, विनोद पासवान, राकेश पाल, पवन पासवान सहित कई ग्रामीणों ने कहा कि 20 किलोमीटर के दायरे में को उच्च शिक्षा के लिए प्लस 2 विद्यालय नहीं है. इस क्षेत्र के बच्चे को काफी दूरी तय कर इंटर व बीए की पढ़ाई के लिए जाना पड़ता है.
विद्यालय में शिक्षकों की है भारी कमीः अभय सिंह
पूर्व मुखिया अभय सिंह ने कहा कि क्षेत्र में पलामू सांसद के दौरे के क्रम में ग्रामीणों ने उनसे आग्रह किया था कि पोलडीह उच्च विद्यालय को प्लस 2 विद्यालय का दर्जा दिलाया जाए. सांसद ने ग्रामीणों के बीच हामी भी भरी. किंतु यह विद्यालय उपेक्षा का शिकार हो गया. उन्होंने कहा कि वर्ष 2012 व 13 में मुखिया के कार्यकाल में विद्यालय तक जाने के लिए सड़क का निर्माण कराया गया था, किंतु आज वह भी सड़क कीचड़ वह गड्ढ़े में तब्दील हो गया है. अभय ने कहा कि विद्यालय में शिक्षकों की भी कमी है. विद्यालय में शिक्षकों का 11 पद स्वीकृत है. किंतु मात्र 5 शिक्षकों के भरोसे पर विद्यालय का संचालन किया जा रहा है. कहा कि पोलडीह उच्च विद्यालय में नया भवन भी बनाया जा रहा है. दिन प्रतिदिन बच्चों की संख्या में वृद्धि हो रही है. किंतु विद्यालय राजनीति का शिकार होता जा रहा है. उन्होंने कहा कि पोलडीह उच्च विद्यालय को प्लस 2 विद्यालय का दर्जा मिल जाए तो क्षेत्र के गरीब बच्चे अपने घर पर ही रह कर इंटर तक की पढ़ाई कर सकेंगे.
इसे भी पढ़ें – ट्रेनी महिला डॉक्टर रेप हत्या मामला : टीएमसी सांसद जवाहर सरकार ने ममता बनर्जी को भेजा इस्तीफा
Leave a Reply