- पलामू समाहरणालय में मनाया गया हिंदी दिवस
- पदाधिकारियों और कर्मियों ने सामूहिक रूप से हिंदी दिवस की प्रस्तावना का किया पाठ
Palamu : पलामू समाहरणालय सभागार में शनिवार को हिंदी दिवस मनाया गया. हिंदी दिवस पर उप विकास आयुक्त (डीडीसी) शब्बीर अहमद ने अपने कार्यालय सभागार में कार्यक्रम का आयोजन किया. इस दौरान वहां उपस्थित पदाधिकारियों और कर्मियों ने सामूहिक रूप से हिंदी दिवस की प्रस्तावना का पाठ किया. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शब्बीर अहमद ने कहा कि हिंदी भारत की सबसे व्यापक रूप से बोली जाने वाली भाषा है. यह देश की विभिन्न भाषाओं और संस्कृतियों को जोड़ने का काम करती है. हिंदी भाषा भारत की समृद्ध व सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है. डीडीसी ने कहा कि हिंदी हमें हमारे विरासत की याद दिलाता है. भारत में हिंदी साहित्य का बहुत बड़ा योगदान है. प्राचीन काल से लेकर आधुनिक समय तक हिंदी साहित्य ने समाज को दिशा दी है. कबीर, तुलसीदास, प्रेमचंद, महादेवी वर्मा और अन्य लेखकों और कवियों ने हिंदी साहित्य को समृद्ध किया है. कार्यक्रम में सामान्य शाखा प्रभारी रश्मि रंजन ने हिंदी दिवस के इतिहास पर प्रकाश डाला. वहीं अन्य पदाधिकारियों व कर्मियों ने भी अपने-अपने विचार रखे. इस दौरान जिला समाज कल्याण पदाधिकारी, जिला उद्यान पदाधिकारी समेत बड़ी संख्या में समाहरणालय कर्मी मौजूद रहे.