Ranchi : होम गार्ड के सफल अभ्यर्थी सैकड़ों की संख्या में रांची उपायुक्त छवि रंजन से मिलने पहुंचे. अभ्यर्थियों का कहना है कि डीसी बिना किसी कारण के हमारे प्रशिक्षण में देरी कर रहे हैं. मालूम हो कि होम गार्ड बाहाली के लिए 2016 में नोटिफिकेशन जारी किया गया था. 2018 में सारी प्रक्रिया पूरा कर लिया गया और दो बार रिजल्ट भी जारी कर दिया गया.
14 अप्रैल को मेधा सूची जारी कर दिया गया. मेधा सूची के जारी होने के बाद उपायुक्त ने आपत्ति के लिए एक सप्ताह का समय दिया, एक सप्ताह का समय पूरा होने के बाद फिर से दस दिन का समय बढाया गया. फिर से आपत्ति के लिए समय बढाते हुए 15 मई कर दिया गया. हर बार समय बढ़ाने का विरोद्ध में डीसी ऑफिस पहुंचे और जल्द प्रशिक्षण कर नियुक्ति करवाने की मांग की.
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ईंट भट्ठा में काम छोड़ नौकरी के लिए रांची पहुंची महिला
बेड़ो की बतिया मिंज अपना पेट पालने के लिए बिहार के भोजपुर में ईंट भट्ठे में काम करने चली गईं. 14 अप्रैल को मेधा सूची जारी होने के बाद वो रांची लौट आईं. बतिया मिंज ने बताया कि उसे ईंट भट्ठे के मालिक ने केवल आने के ही पैसे दिए. पिछले 6 महीनें से वो भोजपुर में काम कर रही थीं लेकिन उसका काम किया एक भी पैसा नहीं मिला. उसका एक साल का बेटा भी है जिसे भरी धूप में लेके बैठी थीं. बतिया मिंज का कहना है इधर नियुक्ति नहीं हो रही है, उधर भी काम छोड़ दिए हैं. अब धर में खाने का भी संकट आ गया है.
महिला अभ्यर्थी ने कहा
होम गार्ड की मेधा सूची में नाम आए अभ्यर्थी देवन्ती कुमारी ने कहा कि 6 सालों से हमें तारीख के अलावा कुछ नहीं मिला. अब 14 अप्रैल को मेधा सूची जारी कर दिया गया. फिर भी हमें प्रशिक्षण के लिए नहीं भेजा जा रहा है. जब हमलोग होमगार्ड एडीजी सुमन गुप्ता से मिले तो उन्होंने कहा कि इसके अध्यक्ष उपायुक्त हैं आप वहां जाएं.
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