Jamshedpur: आदित्यपुर के 111 सेव लाइफ अस्पताल के संचालक डॉ. ओपी आनंद की गिरफ्तारी का विरोध जारी है. आइएमए ने उन्हें गिरफ्तार किया जाने और हथकड़ी लगाये जाने का विरोध किया है. आइएमए अध्यक्ष डॉ. उमेश खां ने कहा कि जिस तरह से डॉ. ओपी आनंद को हथकड़ी लगाकर पेश किया गया. उससे पूरा चिकित्सा जगत को शर्मसार हुआ है. आइएमए इसकी कड़ी निंदा करती है.
वहीं आइएमए के सचिव डॉ. मृत्युंजय सिंह ने कहा कि डॉ. ओपी आनंद की तबीयत खराब होने पर जेल से उन्हें इलाज के लिए एमजीएम अस्पताल लाया गया, लेकिन उनका कागजात छोड़ दिया गया. जिसके कारण एमजीएम ने उन्हें भर्ती नहीं लिया. आइएमए ने इसे साजिश बताया और संबंधित पुलिस अधिकारियों पर उचित कार्रवाई की मांग की गई. डॉ मृत्युंजय ने यह भी कहा कि डॉ. ओपी आनंद पर गलत धारा लगाकर उन्हें परेशान किया जा रहा है.
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समर्थकों ने पुलिस पर परेशान करने का लगाया आरोप
मंत्री को अपशब्द करने और 111 सेव लाइव अस्पताल में मरीजों के परिजनों से ज्यादा पैसे लेने के आरोप के बाद डॉ ओपी आनंद की परेशानी बढ़ गई है. उन्हें पिछले हफ्ते गिरफ्तार किया गया था. सरायकेला जेल में बंद ओपी आनंद की शुक्रवार को तबीयत बिगड़ गई थी. इसके बाद उन्हें एमजीएम अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनके पास रेफरल कागज नहीं होने की वजह से उन्हें बिना इलाज कराए ही वापस लौटना पड़ा. पुलिस उनको वापस लेकर सरायकेला जेल पहुंची. दोबारा उन्हें एमजीएम नहीं ले जाया गया. बताया जा रहा है कि डॉ. ओपी आनंद के सीने में दर्द और गैस की शिकायत थी. वहीं डॉ. ओपी आनंद के समर्थकों ने पुलिस पर उन्हें परेशान करने का आरोप लगाया है.
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यादव समन्वय समिति ने की मंत्री को बर्खास्त करने की मांग
उधर ओपी आनंद के खिलाफ की जा रही कार्रवाई के खिलाफ यादव समन्वय समिति ने भी मोर्चा खोल दिया है. 15 यदुवंशी संगठन ने उनके समर्थन में वर्चुअल धरना दिया औऱ मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता को बर्खास्त करने की मांग की.
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