LagatarDesk : बजट सत्र में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहली बार संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित किया. थोड़ी देर में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इकोनॉमिक सर्वे पेश करेंगी. बजट सत्र के बीच अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने मंगलवार को वर्ल्ड इकोनॉमिक आउटलुक का जनवरी अपडेट जारी किया है. आईएमएफ के रिसर्च डिपार्टमेंट के डिविजन चीफ डेनियल लीघ के ने भारत की महंगाई को लेकर अनुमान जताया है. रिपोर्ट के अनुसार, 31 मार्च को समाप्त होने वाले चालू वित्त वर्ष में भारत में महंगाई दर 6.8 फीसदी रहेगी. जो अगले वित्त वर्ष घटकर 5 फीसदी पर आ जायेगी. वहीं 2024 में महंगाई दर और घटेगी और यह 4 फीसदी पर पहुंच जायेगी. लेकिन इसके लिए केंद्रीय बैंक को ठोस कदम उठाने होंगे. (पढ़ें, झारखंड पुलिस का स्पेशल ब्रांच 15 माह व सीआईडी का शीर्ष पद छह माह से नेतृत्वविहीन)
Global growth is expected to slow to 2.9% this year before rebounding to 3.1% in 2024. The slowdown will be more pronounced in advanced economies. https://t.co/lckCs8kq28 #IMFBlog #WEO
— IMF (@IMFNews) January 31, 2023
साल 2023 में 84 प्रतिशत देशों में महंगाई दर कम रहने की उम्मीद
आईएमएफ की रिपोर्ट में कहा गया है कि 2022 की तुलना में साल 2023 में करीब 84 प्रतिशत देशों में महंगाई दर कम रहने की उम्मीद है. रिपोर्ट के मुताबिक, वैश्विक महंगाई दर 2022 में 8.8 प्रतिशत (वार्षिक औसत) रहेगी. जो 2023 में घटकर 6.6 प्रतिशत और 2024 में 4.3 प्रतिशत होने का अनुमान है. धीरे-धीरे महंगाई दर काेरोनाकाल के पूर्व यानी 2017-19 के स्तर 3.5 फीसदी पर भी पहुंच सकती है. 2022 की चौथी तिमाही में महंगाई दर 6.9 प्रतिशत रहेगी, जो 2023 की चौथी तिमाही तक घटकर 4.5 प्रतिशत पर पहुंच सकती है.
Global headline inflation is expected to decline this year but will still be above pre-pandemic levels in more than 80% of countries next year. For more on the global outlook, read @POGourinchas’ latest #WEO #IMFBlog: https://t.co/0f3Ps3RYzr pic.twitter.com/YQU5uZ6tPi
— IMF (@IMFNews) January 31, 2023
इसे भी पढ़ें : राहुल, प्रियंका ने जम्मू कश्मीर के गांदेरबल में खीर भवानी मंदिर में दर्शन किये, पूजा की
विकसित और विकासशील देशों में ऐसी रहेगी महंगाई दर
विकसित अर्थव्यवस्थाओं में वार्षिक औसत मुद्रास्फीति 2022 की 7.3 प्रतिशत से घटकर 2023 में 4.6 प्रतिशत रहने का अनुमान है. यह 2024 में 2.6 प्रतिशत रह सकती है. आईएमएफ ने कहा कि उभरते बाजारों और विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में अनुमानित वार्षिक मुद्रास्फीति 2022 में 9.9 प्रतिशत से घटकर 2023 में 8.1 प्रतिशत और 2024 में 5.5 प्रतिशत हो गयी है. जो महामारी से पहले (2017-19) के औसत 4.9 प्रतिशत से अधिक है. कम आय वाले विकासशील देशों में महंगाई 2022 में 14.2 प्रतिशत की तुलना में 2024 तक 8.6 प्रतिशत तक पहुंच सकती है. यह अब भी अधिक है और महामारी से पहले के स्तर 4-9% के औसत के आसपास है.
इसे भी पढ़ें : APP नियुक्ति मामला : HC के आदेश के दो माह बाद भी JPSC ने जारी नहीं किया रिजल्ट, लगभग 300 पद रिक्त