Ranchi: रामगढ़ जिला के घाटो में कोयला तस्करों द्वारा डीआईजी की क्यूआरटी पर हुए हमले ने कई बड़े सवालों को जन्म दिया है. सवाल ये है कि क्या रामगढ़ में जिला पुलिस की जानकारी में बड़े पैमाने पर कोयला की चोरी हो रही है. जिसे रोकने के लिए डीआईजी को अपनी टीम से रेड करवानी पड़ी? जो खबर आ रही है, रामगढ़ जिला के कुज्जू, रजरप्पा, गोला, भुरकुंडा,घाटो थाना क्षेत्र से कोयले का अवैध कारोबार शुरू हो चुका है.
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कोयला का तस्करी का बदल गया सिस्टम
कोयला के अवैध कारोबार का मुख्य केंद्र रामगढ़ जिला का घाटो थाना क्षेत्र बन गया है. पहले यहां से कोयला डेहरी और बनारस की मंडी जाती थी, लेकिन बदलते समय के साथ यह सिस्टम बदल गया है, अब चोरी का कोयला मंडी नहीं जाकर कुज्जू ओपी क्षेत्र एक स्थित स्पंज प्लांट में भेजा जा रहा है और वहां अवैध कोयले का धड़ल्ले से उपयोग किया जा रहा है.
रोजाना 10 से 20 हाईवा अवैध कोयला फैक्ट्री में गिराया जा रहा है
सूत्रों की मानें तो बोकारो जिला के महुआटांड़ थाना क्षेत्र और रामगढ़ के घाटो थाना क्षेत्र में अवैध कोयला रामगढ़ जिला के कुज्जू ओपी क्षेत्र में स्थित स्पंज फैक्ट्री में गिराया जा रहा है. रोजाना 10 से 20 हाईवा अवैध कोयला फैक्ट्री में गिराया जा रहा है. बीते 17 जनवरी को रामगढ़ के कुजू ओपी क्षेत्र में अवैध रूप से कोयला लदे दो 18 चक्का ट्रेलर (एनएल 01K1534 और जेएच 02AL8770) पकड़ा गया था. जिसे जब्त कर कुज्जु ओपी परिसर में रखा गया है.
अवैध कोयला का कारोबार रोकने की जिम्मेदारी इनकी
पुलिस : संबंधित इलाके के थाना प्रभारी, संबंधित जिले के एसपी और संबंधित क्षेत्र के डीएसपी.
प्रशासन : संबंधित जिला के उपायुक्त, संबंधित अनुमंडल के एसडीओ, संबंधित जिला के माइनिंग अफसर और संबंधित इलाके के डीएफओ.
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