Jamshedpur (Sunil Pandey) : विधायक सरयू राय के खिलाफ खुले मंच से बयानबाजी करने पर भारतीय जनतंत्र मोर्चा ने विधायक भानु प्रताप शाही के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. भानु प्रताप ने बुधवार को यहां भाजपा के एक सम्मेलन में कहा था कि भाजपा के डर से सरयू राय पूर्वी विधानसभा सीट की जगह कोई सुरक्षित सीट की तलाश में भागे-भागे फिर रहे हैं. अब गुरुवार को जिलाध्यक्ष सुबोध श्रीवास्तव ने बयान जारी कर कहा कि भानु प्रताप अपनी गिरेबां में झांके, मंत्री रहते उन्होंने मधु कोड़ा के मुख्यमंत्रित्व काल में सबसे बड़ा दवा घोटाला किया. इस मामले में वे जेल भी चुके हैं. अब सीबीआई जांच से बचने के लिए भाजपा की शरण में जाकर बैठे हैं.
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उन्होंने कहा कि सजा से बचने के लिए वे 2019 में वे भाजपा के वाशिंग मशीन में घुस गए और रघुवर ब्रिगेड के सिपाही बन गए. सुबोध श्रीवास्तव ने कहा कि नक्सलवाद की प्रयोगशाला से राजनीति में कदम रखने वाले भानु प्रताप शाही ने सीबीआई से अपनी चमड़ी बचाने के लिए भगवा चोला धारण कर लिया है और गढ़वा-नगर ऊंटारी में भाजपा के पुराने समर्पित कार्यकर्ताओं को भगाकर उग्रवादियों को भाजपा संगठन पर हावी करा दिया है. भानु के नक्शे कदम पर वर्तमान स्वास्थ्य मंत्री भी चल रहे हैं. लेकिन उनके खिलाफ भाजपा का प्रदेश नेतृत्व तथा जमशेदपुर भाजपा के नेता चुप्पी साधे रहते हैं.
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भाजमो जिलाध्यक्ष ने कहा कि रघुवरवादी नेताओं को याद रखना चाहिए कि गत लोकसभा चुनाव में विधायक सरयू राय तटस्थ रहे थे. जितने वोट की बढ़त गत लोकसभा चुनाव मे जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से भाजपा को है, उतना ही अंतर 2019 के लोकसभा चुनाव में भी था. पर उसके बाद हुए विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री को बुरी तरह हारना पड़ा. ऐसा ही इस बार के 2024 विधानसभा चुनाव में होगा. अभी तक तो भाजपा को कोई उम्मीदवार ही नहीं मिल रहा है जो जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा क्षेत्र से विधायक सरयू राय के खिलाफ चुनाव लड़े.
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