Jamshedpur(Vishwajeet Bhatt): 22 कालीमाटी रोड साकची बाजार में कोटक महिंद्रा बैंक की शाखा के ठीक सामने सड़क पर ही हर रोज सुबह नौ बजे से शाम के सात बजे तक बैंक के कर्मचारियों, एजेंटों और ग्राहकों की लगभग सौ से अधिक गाडि़यां सड़क पर ही पार्क की जा रही हैं. जबकि बैंक के ठीक सामने ही जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति की पार्किंग है. यदि जिम्मेदार लोग इस पार्किंग में वाहनों को खड़ा कराने का इंतजाम करा दें तो जाम से तो मुक्ति मिलेगी ही, जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति को हर रोज लगभग एक हजार रुपये पार्किंग शुल्क के रूप में राजस्व भी मिलेगा.
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2017 से जारी है सिलसिला
वाहनों की अवैध पार्किंग का यह सिलसिला 2017 यानि जब से बैंक की शाखा खुली है, तब से आज तक बदस्तूर जारी है. इससे जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति को अब तक अनुमात: 13 लाख 40 हजार रुपये राजस्व का नुकसान भी हो चुका है. इसकी शिकायत साकची ट्रैफिक थाना प्रभारी, ट्रफिक डीएसपी, वरीय पुलिस अधीक्षक और उपायुक्त तक से की गई, लेकिन किसी ने भी कोई कार्रवाई नहीं की. हैरत की बात यह है बैंक से चार कदम की दूरी पर बसंत सिनेमा चौक पर ट्रैफिक पुलिस के जवान और अधिकारी दिन भर तैनात रहते हैं. नजरअंदाजी का ये आलम तब है जब उपायुक्त विजया जाधव साकची बाजार को जाम से मुक्त कराने के लिये खुद सड़कों पर उतर रही हैं.
आरटीआई कार्यकर्ता रविकांत की शिकायत पर हुई थी जांच
लोगों को जाम से मुक्ति दिलाने और जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति को हो रहे राजस्व के नुकसान से बचाने के लिये आरटीआई कार्यकर्ता रविकांत अग्रवाल ने 30 जून 2021 को इसकी शिकायत साकची ट्रैफिक थाना प्रभारी से की. इसी दिन एक शिकायत पत्र ट्रैफिक डीएसपी को भी दिया. जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तब रविकांत ने 21 अप्रैल 2022 को ट्रैफिक थाना प्रभारी से आरटीआई के जरिए कार्रवाई न होने का कारण पूछा. 27 अप्रैल को ट्रैफिक डीएसपी से भी आरटीआई के जरिए ही जानकारी मांगी. तक ट्रैफिक डीएसपी ने ट्रैफिक थाना प्रभारी साकची से कार्रवाई की रिपोर्ट तलब की. इसके बाद थाना प्रभारी के कानों पर जूं रेंगी और उन्होंने एक एएसआई को जांच के लिए भेजा. जांच में शिकायत सही पाई गई.
बैंक के आश्वासन के बाद भी जारी रहा पार्किंग का सिलसिला
एएसआई को बैंक के शाखा प्रबंधक मोहम्मद इम्तियाज और उप प्रबंधक वीरेंद्र साहू ने आश्वासन दिया कि अगले दिन से सभी वाहन सामने की पार्किंग में ही पार्क किए जाएंगे. लेकिन, इस आश्वासन का कोई भी असर नहीं हुआ और एक दिन भी एक भी वाहन जेएनएसी की पार्किंग में पार्क नहीं हुई. गाडि़यां बैंक के सामने ही पार्क होने लगीं. ट्रैफिक डीएसपी ने 14 मई 2022 को बैंक को नोटिस भेजा और एक बार फिर सभी वाहनों को जेएनएसी की पार्किंग में लगवाने का निर्देश दिया. इसके बावजूद भी जब कुछ नहीं हुआ तो रविकांत अग्रवाल ने इसकी शिकायत 26 जून 2022 को वरीय पुलिस अधीक्षक और उपायुक्त से की. रविकांत अग्रवाल कार्रवाई का इंतजार ही कर रहे हैं.
ऐसे समझिए राजस्व के नुकसान का गणित
बैंक के सामने सड़क पर हर रोज करीब सौ गाडि़यां पार्क हो रहीं हैं. यदि यही गाडि़यां जेएनएसी की पार्किंग में पार्क होतीं तो प्रति गाड़ी हर रोज 10 रुपये राजस्व मिलता. मतलब हर रोज एक हजार रुपये. रविवार, महीने का दूसरा शनिवार और सरकारी छुट्टियों को काट दिया जाए तो औसतन हर महीने बैंक 20 दिन तो खुलता ही खुलता है. यानि हर महीने 20 हजार रुपये राजस्व का नुकसान. इस तरह साल में दो लाख 40 हजार रुपये और 2017 से जुलाई 2022 तक पांच साल सात महीने में जमशेदपुर अधिूसचित क्षेत्र समिति को कुल 13 लाख 40 हजार रुपये राजस्व का नुकसान हो चुका है.
गुरुवार से कार्रवाई होनी तय
इधर, इस संबंध में साकची ट्रैफिक थाना प्रभारी से बात की गई तो उन्होंने कहा कि गुरुवार से सड़क पर गाड़ी खड़ी करने वाले बैंककर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. क्रेन के साथ टीम भेज सड़क पर पार्क की गई गाडि़यों को जब्त किया जाएगा और भारी जुर्माना वसूला जाएगा.
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