- उत्पादक, कारोबारी, विक्रेता, पेडलर को चिन्हित कर होगी कड़ी कार्रवाई
- नार्कोटिक्स समन्वय समिति ने चेकनाकों पर जांच बढ़ाने का लिया निर्णय
- ड्रग कंट्रोल हेल्प लाइन नंबर जारी करने तथा नशाबाज की काउंसलिंग का निर्देश
Jamshedpur (Sunil Pandey) : नशा के खिलाफ पुलिस, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग संयुक्त अभियान चलाकर जिले को नशा मुक्त करने की दिशा में कार्य करेंगे. इसका निर्णय सोमवार को समाहरणालय सभागार में उपायुक्त अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में हुई नार्कोटिक्स समन्वय समिति (एनसीओआरडी) की बैठक में लिया गया. बैठक में वरीय पुलिस अधीक्षक किशोर कौशल, रूरल सह सिटी एसपी ऋषभ गर्ग, सिविल सर्जन डॉ जुझार माझी समेत अन्य संबंधित विभागीय पदाधिकारी मौजूद रहे.
इसे भी पढ़ें : Adityapur : रवि चौरसिया समर्थकों संग लोजपा में हुए शामिल
प्रभावी कार्रवाई के लिए संबंधित विभागों को जारी किया निर्देश
बैठक में जिले में एनडीपीएस एक्ट के तहत दर्ज मामलों, नशीले पदार्थों के उत्पादन, प्रसंस्करण, तस्करी रोकने तथा शहर के युवा आबादी तक पेडलर के माध्यम से बिक्री व नशा की रोकथाम से संबंधित अन्य प्रबंधों की समीक्षा की गई. इस दौरान नशा से प्रभावित लोगों के पुनर्वास पर चर्चा की गई. वरीय अधिकारियों ने लाईन होटल व ढाबों में शराब बेचने की शिकायतों पर उत्पाद एवं पुलिस विभाग को त्वरित रूप से कार्रवाई करने के लिए कहा. उपायुक्त ने मादक पदार्थों की खेती के संभावित क्षेत्रों की पहचान कर कार्रवाई के लिए स्थानीय सूचना तंत्र विकसित करने पर बल दिया. साथ ही जिले से सटे अंतरराज्यीय व अंतरजिला प्रवेश मार्ग में, तस्करी की प्रवृत्तियों के बारे में सूचना एकत्र कर प्रभावी कार्रवाई सुनिश्चित किए जाने सभी संबंधित विभागों (पुलिस, उत्पाद, परिवहन) को निर्देश जारी किया गया.
इसे भी पढ़ें : Kiriburu : रस्सेल विद्यालय को शिक्षा का मंदिर ही रहने दें – बलराम लागुरी
स्टेशन, ढाबा, बस स्टैंड में होगी नियमित छापामारी
नशा मुक्त समाज बनाने के लिए जिले के सभी स्कूलों, शिक्षण संस्थानों में जागरुकता अभियान चलाकर छात्र एवं छात्राओं को नशे के दुष्प्रभाव से जागरूक किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया. विशेषकर मानगो, आजादनगर एवं सीतारमडेरा थाना क्षेत्रों के अलावे शैक्षणिक संस्थानों, ढाबा, स्लम बस्ती, सार्वजनिक स्थान जैसे बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन आदि संभावित इलाकों में नियमित रूप से छापामार कार्रवाई का निरोधात्मक कार्रवाई का निदेश दिया गया. बैठक में ड्रग कंट्रोल हेल्पलाइन नंबर सार्वजनिक करने, नशा के आदी हो चुके व्यक्ति एवं उसके परिवारजनों की काउंसिलिंग की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया गया. पुनर्वास केन्द्रों के माध्यम से नशापान से छुटकारा पा चुके लोगों को स्वरोजगार एवं सरकार की योजनाओं से जोड़ने की दिशा में संवेदनशील पहल करने की बात कही गई.
Leave a Reply