- जमशेदपुर पुलिस स्वास्थ्य मंत्री पर कार्रवाई के लिए सरकार से अनुमति मांगे
Jamshedpur (Sunil Pandey) : जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय एक बार फिर स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर हमलावर हैंं.उन्होंने बन्ना गुप्ता पर शहर के अपराधी गिरोहों को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. उनका आरोप है कि सत्ताधारी समूह के संरक्षण के कारण ही अपराधिक घटनाएं पुलिस-प्रशासन के नियंत्रण से बाहर हो गई हैं.
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सरयू राय ने आज मंगलवार को यहां एक प्रेस बयान जारी कर आरोप लगाया है कि मानगो के शक्तिनाथ सिंह हत्याकांड के मुख्य आरोपी मानगो मंडल कांग्रेस अध्यक्ष ईश्वर सिंह को बन्ना गुप्ता के दबाव में पुलिस ने जेल भेजने के बजाय सीधे एमजीएम अस्पताल में भर्ती करा दिया. स्वास्थ्य मंत्री के दबाव के कारण ही पक्का सबूत होने और प्रत्यक्षदर्शी का बयान होने के बाद भी ईश्वर सिंह को पुलिस ने चार दिन तक गिरफ्तार नहीं किया. एक अन्य आरोपी चंदन सिंह का नाम अभियुक्त सूची से बाहर कर दिया. उन्होंने कहा कि मानगो फ्लाई ओवर के पहले पिलर के शिलान्यास के दिन भी ईश्वर सिंह ही होर्डिंग चारों ओर लगे थे. उन्होंने मेडिकल बोर्ड से से ईश्वर सिंह की जांच कराने की मांग की.
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सरयू राय का आरोप है कि मानगो के अपराधी सरगना अमरनाथ सिंह को आगे बढ़ाने और संरक्षण देने का काम भी स्वास्थ्य मंत्री ने ही किया था. आज जिस तरह के पोस्टर और होर्डिंग मानगो के चौक-चौराहों पर स्वास्थ्य मंत्री के साथ ईश्वर सिंह और चंदन सिंह के लगे हुए हैं. वैसे ही पोस्टर और होर्डिंग पहले स्वास्थ्य मंत्री के साथ अपराधकर्मी अमरनाथ सिंह के लगते थे. अमरनाथ सिंह की हत्या के बाद अब अवैध जमीन पर कब्जा की लड़ाई में स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ईश्वर सिंह की पीठ ठोक रहे हैं. शक्तिनाथ सिंह की हत्या का यह एक बड़ा कारण है. कदमा-सोनारी के छुटभैये आपराधिक गिरोहों और अपराधियों को भी इनसे शह मिल रही है.
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विधायक का दावा है कि खुफिया शाखा से जमशेदपुर पुलिस को इस संबंध में लगातार सूचनाएं मिलती रहती हैं. उन्होंने कहा है कि जमशेदपुर पुलिस इन सूचनाओं से राज्य के मुख्यमंत्री सह गृह मंत्री को अवगत कराए और स्वास्थ्य मंत्री पर कार्रवाई के लिए राज्य सरकार से अनुमति प्राप्त करे, ताकि अपराधियों और इनके संरक्षक का मनोबल टूटे. अन्यथा जमशेदपुर में अपराध पर नियंत्रण पुलिस के लिए टेढ़ी खीर साबित होगा. जमशेदपुर पुलिस प्रशासन यदि वास्तव में शहर को अपराध मुक्त करना चाहता है तो उसे स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर कार्रवाई करनी पड़ेगी.
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