- करम पर्व 14 सितंबर (कल) को
- संध्या सात बजे होगी विशेष पूजा
- शुरू हुई विशेष तैयारी
Ranchi : आस्था का महापर्व करमोत्सव 14 सितंबर को रांची में मनाया जायेगा. इसकी तैयारी सरना धर्मावलंबियो ने शुरू कर दी है. करम पूजा में उपयोग होने वाला जावा भी तैयार हो रहा है. रांची के सभी अखरा को सजाने में युवा जुटे हुए हैं. शाम सात बजे मुख्य अखरा हातमा , करमटोली, नगडा़ टोली और चडरी में पाहन द्वारा विशेष पूजा होगी. 15 सितंबर को पारंपरिक वाद्ययंत्र के साथ नाचते गाते करमडाली को तालाब और नदी में विसर्जन कर दिया जायोगा. इससे पहले अखरा को साफ सुथरा और रंग रोगन किया जा रहा है.अखरा तक जोड़ने वाले सड़कों में बने गढ्ढे को भरा जा रहा है. वहीं आदिवासी हॉस्टलों में भी करम पूजा को लेकर छात्र और छात्राएं जोर-शोर से तैयारी कर रहे हैं. आदिवासी हॉस्टलों में शाम सात बजे से रात 10 बजे तक गीत संगीत का अभ्यास किया जा रहा है. ताकि करमा के दिन अखरा में संगीत की गूंज हो और एक से बढ़कर एक राग प्रस्तुत किये जा सकें. इतना ही नहीं युवाओं में करम धरमा की कहानी पढ़ने और पाहन बनने की होड़ मची हुई है.
पाहन महासंघ के अध्यक्ष जगदीश पाहन ने बताया कि मुख्य अखरा में सबसे पहले पूजा होगी. उसके बाद अन्य अखरा में रात नौ बजे तक पारंपरिक तरीके से पूजा की जायेगी.
चडरी सरना समिति
केंद्रीय सरना समिति चडरी के अध्यक्ष बबलू मुंडा ने बताया कि मुख्य छटु पाहन शाम सात बजे पूजा-अर्चना करेंगे. इसकी तैयारी जोर-शोर से चल रही है. अखरा को फूल, माला और थ्रीडी लाइटों से पूरी तरह से सजाया जायेगा. पारंपरिक वाद्ययंत्र का उपयोग होगा, जिसमें महिला, पुरुष और बच्चे एक साथ पारंपरिक वेशभूषा में नृत्य करते नजर आयेंगे.
नगड़ा टोली अखरा
जय आदिवासी केंद्रीय परिषद के अध्यक्ष निरंजना हेरेंज ने बताया कि शाम सात बजे चंदन हलधर पाहन करमडाली की विशेष पूजा करेंगे. इसके लिए अखरा की साफ-सफाई हो रही है. अखरा के चारों ओर सरना झंडा का पताका लगाया जायेगा. मुख्य गेट से अखरा तक आने के लिए लाइट का विशेष प्रबंध हो रहा है. श्रद्धालुओं के लिए बैठने का पूरा ध्यान रखा जा रहा है.
करमा पूजा आयोजन समिति चुनवा टोली
आयोजन समिति के अध्यक्ष पवन तिर्की ने बताया कि करमोत्सव की विशेष तैयारी हो चुकी है. इसके लिए मेहमानों को निमंत्रण कार्ड दिया जा रहा है. मुख्य अतिथि को बुलाने के लिए लिफाफे तैयार हो चुके हैं.