Ranchi : झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने सरकारी स्कूलों में कक्षा छह से 12वीं तक की छात्राओं को आत्मरक्षा के लिए कराटे, मार्शल आर्ट, जूडो, ताइक्वांडो आदि शारीरिक प्रशिक्षण देने का निर्देश जारी किया है. यह आदेश छात्राओं की सुरक्षा और सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए दिया गया है कार्यक्रम का नाम प्रतिष्ठित भारतीय स्वतंत्रता सेनानी और योद्धा रानी लक्ष्मी बाई के नाम पर रखा गया है.
लड़कियों को आत्मरक्षा कौशल से लैस करना है
इस पहल का उद्देश्य लड़कियों को आत्मरक्षा कौशल से लैस करना है, जिससे वे अपनी सुरक्षा कर सकें. अपनी क्षमताओं पर विश्वास पैदा कर सकें. जानकारी के अनुसार योग्य आत्मरक्षा प्रशिक्षकों द्वारा उन्हें प्रशिक्षण दिया जायेगा. प्रशिक्षक सत्र आयोजित करने के लिए प्रत्येक स्कूल का दौरा करेंगे. आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यक्रम में शारीरिक हमले, छेड़छाड़ और उत्पीड़न सहित सामान्य खतरनाक स्थितियों से निपटने के लिए विभिन्न तकनीकों का अभ्यास कराया जायेगा.
प्रशिक्षकों को तीन माह के लिए 15,000 का भुगतान किया जायेगा
कार्यक्रम का सफल कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद ने योग्य प्रशिक्षकों को नियुक्त करने और आवश्यक संसाधन प्रदान करने, प्रशिक्षण खर्च के लिए धन आवंटित कर दिया है. परिषद द्वारा जारी पत्र के अनुसार प्रशिक्षकों को तीन माह के लिए 15,000 रुपये का भुगतान किया जायेगा.
जेईपीसी के एक अधिकारी ने कहा कि छात्राओं के जीवन पर प्रशिक्षण का स्थायी प्रभाव पड़ने की उम्मीद है. इससे वे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का आत्मविश्वास से सामना कर पायेंगी. राज्य का लक्ष्य छात्राओं के बीच सुरक्षित और अधिक समावेशी वातावरण, सुरक्षा और आत्म-आश्वासन की भावना को बढ़ावा देना है.
एसएस डोरंडा गर्ल्स हाई स्कूल की प्रिंसिपल शांति सिन्हा ने कहा कि इस तरह की पहल वास्तव में लड़कियों के कौशल और आत्मविश्वास को बढ़ाने में मददगार है. इस तरह के प्रशिक्षण से वे किसी भी स्थिति से निपट सकती हैं. इससे उनमें झिझक दूर होगी.
लड़कियों को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण
पंडरा के राजकीय मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक अशोक प्रसाद सिंह ने कहा कि लड़कियों को मजबूत और आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है. लड़कियां प्रशिक्षण पाकर खुद की देखभाल करने में सक्षम हो जायेंगी.उनका डर दूर हो जायेगा.
अभिभावक रचना देवी ने कहा कि हमारा मानना है कि आत्मरक्षा प्रशिक्षण के माध्यम से हासिल किया गया कौशल शारीरिक रूप से सशक्त बनायेगा. साथ ही छात्राओं के समग्र व्यक्तिगत विकास में भी योगदान देगा.
छात्राओं को आत्मरक्षा कौशल के साथ सशक्त बनाना महत्वपूर्ण
छात्राओं को आत्मरक्षा कौशल के साथ सशक्त बनाना महत्वपूर्ण प्रशासनिक अधिकारी और झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक जयंत मिश्रा ने कहा कि आज की दुनिया में छात्राओं को आत्मरक्षा कौशल के साथ सशक्त बनाना महत्वपूर्ण है. इससे न केवल उनकी सुरक्षा बढ़ेगी बल्कि उनके भीतर आत्मविश्वास भी पैदा होगा. कहा कि विभाग सभी छात्राओं के लिए एक सुरक्षित शिक्षण वातावरण बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.