Kiriburu (Shailesh Singh) : पश्चिमी सिंहभूम के जिला राजस्व शाखा के प्रभारी पदाधिकारी ने मनोहरपुर, नोवामुंडी, गुदड़ी, सोनुवा, खूंटपानी एवं टोन्टो के अंचलाधिकारी से वन ग्रामों को राजस्व ग्राम घोषित करने के संबंध में जरुरी कागजात व जानकारियां मांगी हैं. इससे संबंधित विधानसभा में अतारांकित प्रश्न उठाया गया है. जो जानकारियां अंचलाधिकारी से मांगी गयी हैं उसमें अंचल में कितने वन ग्राम हैं, उसका नाम, प्रत्येक वन ग्राम की जनसंख्या कितनी है, वार्ड संख्या का उल्लेख के साथ जानकारी, वन ग्रामों में सर्वे खतियान की स्थिति क्या है, वन ग्रामों में राजस्व कार्य, प्रमाण पत्र, विकास कार्यों हेतु भूमि सत्यापन आदि की निर्गत किये जाने की प्रक्रिया की जानकारी मांगी गई है.
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उल्लेखनीय है कि सारंडा विकास समिति सारंडा के 10 वन ग्रामों जिसमें करमपदा, नवागांव, भनगांव, नयागांव, बिटकिलसोय, दीघा, तिरिलपोसी, थोलकोबाद, कुमडीह, बालिबा को राजस्व ग्राम का दर्जा हेतु वर्षों से संघर्ष कर रहा है. ये सभी गांव मनोहरपुर एवं नोवामुंडी प्रखंड सह अंचल क्षेत्र में हैं. जिला प्रशासन के इस पत्र के जारी होने से सारंडा के वन ग्रामों में रहने वाले ग्रामीणों में उम्मीद की नयी किरण जगी है.