Kiriburu (Shailesh Singh) : बारिश के मौसम में किरीबुरु-मेघाहातुबुरु टाउनशिप क्षेत्र में मच्छरों का प्रकोप काफी तेजी से बढ़ने लगा है. रात के अलावे दिन में भी मच्छरों ने लोगों को परेशान कर रखा है. सारंडा मलेरिया का कोर जोन कहा जाता है. इस शहर में मच्छरों पर नियंत्रण हेतु सेल प्रबंधन दशकों वर्षों से मच्छर रोधी दवाओं का छिड़काव करता आ रहा है. इसी वजह से यह शहर मच्छर विहीन रहता था. लेकिन इस बार अचानक मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है. लोगों का कहना है कि मच्छर रोधी दवाओं की खराब गुणवत्ता, नियमित फॉगिंग मशीन से धुआं का छिड़काव नहीं होना, शहर में चारों तरफ झाड़ियों का उगना, जल जमाव आदि मच्छरों का प्रकोप का मुख्य वजह है. अगर प्रबंधन मच्छरों को नियंत्रित करने हेतु युद्ध स्तर पर प्रयास नहीं किया तो मलेरिया के मरीजों की संख्या बढे़गी. इससे सेल अस्पताल पर मरीजों का लोड बढे़गा.
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