Kiriburu (Shailesh Singh) : सेल की मेघाहातुबुरु प्रबंधन ने 5-6 दिनों से अपने आवासीय कॉलोनी न्यू कैम्प में रहने वाले लोगों की जलापूर्ति ठप कर दी है. यह मानवता एवं संवैधानिक व्यवस्था को झकझोर देने वाली घटना है. उक्त आरोप पूर्व विधायक मंगल सिंह बोबोंगा ने मेघाहातुबुरु प्रबंधन पर लगाया है. पानी नहीं मिलने की वजह से न्यू कैम्प में रहने वाले दर्जनों परिवारों के सामने पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है. उन्होंने कहा कि प्रबंधन न्यू कैम्प के लोगों को वहां से हटाने की साजिश के तहत पानी की आपूर्ति बंद की है. अगर न्यू कैम्प स्थित सेल के आवासों में लोगों का अवैध कब्जा है, जिसे प्रबंधन हटाना चाहती है तो इसके अन्य संवैधानिक रास्ते हैं. लेकिन किसी को पानी से वंचित करना गलत है.
इसे भी पढ़ें : Chandil : छेड़खानी के विरोध में किन्नरों ने थाना पर किया प्रदर्शन
बोबोंगा ने सेल की किरीबुरु-मेघाहातुबुरु प्रबंधन पर आरोप लगाया कि वह अपने लीज क्षेत्र में प्रारम्भ काल से ही बाहर से लाकर लोगों को बसाने का कार्य किया है. जब खदान में हैंड माइनिंग होता था और इस शहर (तब जंगल) में काम करने कोई आता नहीं था, कोई आया भी तो भाग जाता था, तब प्रबंधन पकड़-पकड़ कर लोगों को यहां झोपड़ी बनाकर रखवाती और उनसे काम लेती थी. सेल के लीज क्षेत्र में लोगों को बसाने की नींव तो प्रबंधन ने ही डाला है. आज वही लोग प्रबंधन के लिये गलत हो गये हैं. किरीबुरु-मेघाहातुबुरु प्रबंधन को यह भी बताना चाहिए की दोनों खदानों में कितने ठेका मजदूर वर्तमान में कार्यरत हैं. सेल को लाभ दिलाने वाले इन ठेका मजदूरों को रहने के लिये प्रबंधन ने कहां आवासीय सुविधा दी है. अगर नहीं दी है तो आखिर क्यों! इस मामले को जोरदार तरीके से न सिर्फ उठाया जायेगा, बल्कि सरकार के संज्ञान में भी लाया जायेगा. बोबोंगा मेघाहातुबुरु के सीजीएम आरपी सेलबम से इस मामले में बात की, जिसपर उन्होंने इस मामले की जानकारी नहीं होने तथा मामले को देखने की बात कही.
इसे भी पढ़ें : Jamshedpur : नाबालिग से छेड़खानी के आरोपी को पुलिस ने भेजा जेल
Leave a Reply