Kiriburu (Shailesh Singh) : टीएसएलपीएल खदान को 10 अक्टूबर से सारंडा विकास समिति के बैनर तले अनिश्चितकालिन बंद करने संबंधित मामले को लेकर किरीबुरु के एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर की अध्यक्षता में शुक्रवार को त्रिपक्षीय बैठक हुई. टीएसएलपीएल को बंद करने की घोषणा छोटानागरा एवं गंगदा पंचायत के ग्रामीणों ने की है. उनकी घोषणा के मद्देनजर सेल की मेघालया गेस्ट हाउस में हुई बैठक का मुख्य उद्देश्य कंपनी प्रबंधन व आंदोलनकारी ग्रामीणों के बीच सहमति बनाना था. बैठक शांतिपूर्ण हुई. इसमें मौजूद उक्त समिति के अध्यक्ष सह गंगदा पंचायत के मुखिया राजू सांडिल ने कहा कि हमारी मांगों में टीएसएलपीएल खदान से प्रभावित गांवों के बेरोजगारों को खदान में अधिक से अधिक रोजगार व नौकरी, ग्रामीणों को शुद्ध पेयजल, स्कूलों में शिक्षक, मजदूरों को खदान में आने-जाने हेतु कम से कम सलाई चौक तक वाहन की सुविधा, छोटानागरा व गंगदा पंचायत हेतु एम्बुलेंस की सुविधा, गांव के शिक्षित युवकों को आईटीआई की शिक्षा उपलब्ध कराने समेत अन्य मांगे रखी गई.
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कुछ और स्कूलों में दिए जाएंगे शिक्षक : सीजीएम
ग्रामीणों की मांगों पर कंपनी के मुख्य महाप्रबंधक (सीजीएम) देवाशीष मुखर्जी ने कहा कि पहले से अनेक स्कूलों में शिक्षक दिए गए हैं. जरूरत के अनुसार कुछ और स्कूलों में शिक्षक दिए जाएंगे. पेयजल हेतु अनेक गांवों में डीप बोरवेल कर पेयजल सुविधा उपलब्ध कराई गई है. अन्य गांवों में भी सुविधा दी जाएगी. सलाई चौक तक वाहन सुविधा बहाल करने का कार्य किया जायेगा. छोटानागरा व गंगदा में एम्बुलेंस की स्थायी व्यवस्था पर सहमति नहीं बनी. मुखर्जी ने कहा कि मरीजों की आवश्यकता के अनुसार खदान की एम्बुलेंस को तत्काल भेजा जायेगा. आईटीआई की शिक्षा दिलाने का कार्य किया जायेगा. यथासंभव बेरोजगारों को रोजगार दिया जाएगा. जो भी समस्याएं सामने आयेंगी उसका समाधान बैठक में किया जाएगा.
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कंपनी प्रबंधन से पूरी तरह संतुष्ट नहीं : राजू सांडिल
राजू सांडिल ने कहा कि हम अपनी मांगों को लेकर कंपनी प्रबंधन से पूरी तरह से संतुष्ट नहीं हैं. ऐसी स्थिति में 10 अक्टूबर को टीएसएलपीएल खदान में ही ग्रामीण प्रतिनिधियों व प्रबंधन के साथ वार्ता की जाएगी. सहमति बनने पर आंदोलन वापस लिया जाएगा अथवा जारी रहेगा. उल्लेखनीय है कि बैठक में वार्ता सकारात्मक रही है. उम्मीद की जा रही है कि 10 अक्टूबर को कंपनी प्रबंधन व ग्रामीणों के बीच सहमति बन जाये और कुछ देर की आंदोलन व वार्ता के बाद आंदोलन समाप्त हो जाये. शुक्रवार को हुई वार्ता में सारंडा पीढ़ के मानकी लागुडा़ देवगम व विभिन्न गांवों के मुंडा मौजूद नहीं थे. इस वजह से ग्रामीणों को मुद्दों पर फैसला लेने में परेशानी हुई. आज की बैठक में एसडीपीओ अजीत कुमार कुजूर, टीएसएलपीएल के वरिष्ठ महाप्रबंधक देवाशीष मुखर्जी, गंगदा के मुखिया सुखराम उर्फ राजू सांडिल, पंसस रामेश्वर चाम्पिया, छोटानागरा के उप मुखिया रमेश हंसदा, मुंडा कुशु देवगम, मंगल कुम्हार, रामो सिद्धू, भोंज चाम्पिया, जगदीश पूर्ति, बिरंची चाम्पिया, गुलियान चाम्पिया, टीपू मारला आदि मौजूद थे.