LagatarDesk : एलआईसी के मेगा आईपीओ के बीच लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चेन कंपनी Delhivery का आईपीओ मार्केट में लॉन्च होने वाला है. Delhivery का आईपीओ 11 मई को सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेगा. इन्वेस्टर्स 13 मई तक इसमें पैसा लगा सकते हैं. निवेशकों के डीमैट अकाउंट में 23 मई को शेयर आयेंगे. वहीं बीएसई और एनएसई में 24 मई को Delhivery के शेयरों की लिस्टिंग होगी. (बिजनेस से जुड़ी अन्य खबरों को पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें)
4,000 करोड़ के फ्रेश इश्यू किये जायेंगे जारी
Delhivery ने शेयर का प्राइस बैंड 462-487 रुपये तय किया है. इस आईपीओ के जरिये कंपनी 5,235 करोड़ जुटायेगी. 5,235 करोड़ में से 4,000 करोड़ के फ्रेश इश्यू जारी किये जायेंगे. जबकि 1,235 करोड़ के शेयर ऑफर फॉर सेल (OFS) के जरिए बेचे जायेंगे.
को-फाउंडर भी बेचेंगे Delhivery में अपने शेयर
Fosun समूह के स्वामित्व वाला चाइना मोमेंटम फंड अपने सहयोगी डेली CMF Pte Ltd के जरिये 200 करोड़ रुपये तक निकालेगा. ओएफएस में सीए स्विफ्ट इंवेस्टमेंट्स की ओर से 454 करोड़, एसवीएफ डोरबेल लिमिटेड 365 करोड़ और टाइम्स इंटरनेट की ओर से 165 करोड़ के शेयर बेचेंगे. ओएफएस में Delhivery के को-फाउंडर भी भाग लेंगे. कपिल भारती 5 करोड़ के शेयर, मोहित टंडन 40 करोड़ के और सूरज सहारन 6 करोड़ के शेयर बेचेंगे.
ऑर्गेनिक ग्रोथ के लिए फंड का होगा इस्तेमाल
Delhivery आईपीओ से जुटाये गये 2,000 करोड़ रुपये का इस्तेमाल ऑर्गेनिक ग्रोथ के लिए करेगी. इसमें मौजूदा बिजनेस लाइन को आगे बढ़ाना, नयी बिजनेस लाइन को डेवलप करना, नेटवर्क इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार करना इत्यादी शामिल हैं. इसके अलावा कंपनी करीब 1,000 करोड़ का उपयोग अधिग्रहण और अन्य रणनीतिक पहलुओं में करेगी.
कंपनी ने पिछले साल दायर की थी ड्राफ्ट रेड हीरिंग प्रोस्पेक्टस
बता दें कि Delhivery इस साल की पहली स्टार्टअप कंपनी होगी जो मार्केट में अपना आईपीओ लेकर आयेगी. कंपनी ने पिछले साला यानी नवंबर 2021 में मार्केट रेग्युलेटर के पास ड्राफ्ट रेड हीरिंग प्रोस्पेक्टस (DRHP) दायर की थी. जिसको सेबी ने 15 जनवरी को मंजूरी दी थी.
Delhivery पहले आईपीओ से जुटाने वाली थी 7,460 करोड़
मालूम हो कि पहले आईपीओ का आकार 7,460 करोड़ करोड़ था. कंपनी ने अपने ओएफएस हिस्से को 2,460 करोड़ से घटाकर 1,235 करोड़ रुपये कर दिया है. कार्लाइल (Carlyle) जैसे निजी इक्विटी निवेशकों ने अपने ओएफएस हिस्से को 920 करोड़ रुपये से घटाकर 454 करोड़ रुपये किया है. वहीं सॉफ्टबैंक ने भी अपने हिस्से को 750 करोड़ रुपये से घटाकर 365 करोड़ रुपये कर दिया है.
इन कंपनियों को नियुक्त किया गया बुक रनिंग लीड मैनेजर
सेबी के पास जमा किये गये डॉक्यू मेंट के अनुसार, इश्यू के लिए कोटक महिंद्रा, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया, मोर्गन स्टैनले इंडिया कंपनी और सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया को बुक रनिंग लीड मैनेजर नियुक्त किया गया है. कंपनी आईपीओ के जरिए जुटाये गये पैसों का इस्तेमाल ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक ग्रोथ और अन्य रणनीतियों की फंडिंग के लिए करेगी. इसके अलावा आम कॉरपोरेट उद्देश्यों को पूरा करने के लिए भी फंड का प्रयोग होगा.
ये काम करती है डॉमेस्टिक लॉजिस्टिक्स कंपनी Delhivery
Delhivery एक न्यू ऐज डॉमेस्टिक लॉजिस्टिक्स और सप्लाई चैन कंपनी है. जिसे सोफ्टबैंक, टाइगर ग्लोबल मैनेजमेंट और Carlyle सपोर्ट करते हैं. 30 जून 2021 तक उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक, यह 17045 पोस्टल इंडेक्स नंबर्स (PIN) कोड्स में सेवाएं उपलब्ध कराती है. जून 2021 तिमाही में इसने ई-कॉमर्स मार्केट प्लेसेज, डायरेक्ट-टू-कंज्यूमर ई-टेलर्स और एंटरप्राइजेज और एसएमई जैसे करीब 21342 एक्टिव कस्टमर्स को सप्लाई चेन सॉल्यूशंस उपलब्ध कराया. कंपनी ने एफएमसीजी, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स, कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, लाइफस्टाइल, रिटेल, ऑटोमोटिव और मैन्यूफैक्चरिंग वर्टिकल में सॉल्यूशंस उपलब्ध कराया.