Lohardaga: नक्सलियों के द्वारा अपहरण किए गये मुंशी का पांच दिन बाद भी कोई सुराग नहीं मिला है. गौरतलब है कि बीते 16 मार्च को जिले के नक्सल प्रभावित पेशरार थाना क्षेत्र के लावापानी जलप्रपात के पास नक्सलियों ने उत्पात मचाया था. भाकपा माओवादी के नक्सली मुनेश्वर गंझू के हथियारबंद दस्ता द्वारा सड़क निर्माण में लगे ट्रैक्टर में आगजनी की गयी थी. उसके बाद मुंशी मन्नु गुप्ता का अपहरण कर लिया गया था. घटना के पांच दिन बीत जाने के बाद भी अब तक अपहृत मुंशी के बारे में कोई भी सुराग नहीं मिल सका है. पुलिस मुंशी की सकुशल बरामदगी को लेकर जुटी हुई है.
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15-20 की संख्या में हथियारबंद नक्सली पहुंचे थे साइट
जानकारी के अनुसार, भाकपा माओवादी के रिजनल कमांडर रविंद्र गंझू के दस्ते के हार्डकोर नक्सली मुनेश्वर गंझू के दस्ता में 15-20 की संख्या में हथियारबंद नक्सली थे. ये सब पेशरार थाना क्षेत्र के दुग्गू से लावापानी होते हुए बोंड़ोबार तक पहुंचे. वहां पीएमजीएसवाई सड़क निर्माण योजना के मरम्मती कार्य स्थल पर मंगलवार को दिन के लगभग 3.00 बजे पहुंचे और मुंशी के साथ अन्य मजदूरों को घेर लिया. इसके बाद योजना कार्य में लगे दो ट्रैक्टर को माओवादियों ने आग के हवाले कर दिया. नक्सलियों ने करीब आधे घंटे तक रुककर उत्पात मचाया था. इसके अलावा मुंशी की पिटाई की और फिर अगवा कर अपने साथ ले गए. घटना के बाद नक्सलियों ने ठेकेदार से लेवी की मांग की है.
3.30 करोड़ की लागत से हो रहा सड़क निर्माण
जानकारी के अनुसार, ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल के माध्यम से पीएमजीएसवाई योजना के तहत सड़क निर्माण का कार्य किया जा रहा है. इसकी लागत 3.30 करोड़ है. इस निर्माण कार्य का टेंडर ठेकेदार राजेंद्र गुप्ता वर्ष 2017 में मिला था. और वे ही दुग्गू से लावापानी होते हुए बोंड़ोबार तक पीएमजीएसवाई सड़क का निर्माण करवा रहे थे. सड़क का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. लेकिन नियमानुसार, सड़क में कहीं-कहीं मरम्मत का कार्य चल रहा था. इसका अंतिम काम 16 मार्च को चल रहा था. इसी दौरान नक्सलियों ने घटना को अंजाम देकर क्षेत्र में दहशत फैला दिया.
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