Ranchi: दीपावली के ठीक दो दिन पूर्व धनतेरस का त्योहार होता है. इसकी महत्वा यह है कि धनतेरस के दिन समुदाय विशेष के लोग अपने आये के हिसाब से कुछ ना कुछ खरीदारी जरूर करते हैं. धनवान जहां धनतेरस पर गहने खरीदते हैं. वहीं सीमित आय वाले परिवार के लोग बर्तन समेत अन्य जरूरत की सामग्री खरीद कर इस परंपरा को पूरा करते हैं. कई दुकानदारों ने बताया कि राजधानी में धनतेरस पर पूरे बाजर में करीब 2 करोड़ के बर्तन के कारोबार होने की संभावना है.
यहां सजा है धनतेरस बाजार
धनतेरस को लेकर राजधानी में जगह जगह बर्तन बाजार सज गये हैं. हरमू बाजार, मेन रोड़, चर्च रोड, कडरु, डोरंडा बाजार, लालपुर, कोकर, कांटा टोली, चुटिया, धुर्वा, हटिया, हीनू, बरियातु, अरगोड़ा, किशोरगंज आदि में बर्तन बिक रहे हैं.
स्टील व पीतल के बर्तन की मांग अधिक
हरमू बाजार के रामनाथ अग्रवाल स्टोर के उमेश अग्रवान ने बताया कि मेरी दुकान यहां 40 वर्षों से है. पिता ने इसे शुरू किया था, उनकी परंपरा को हम लोग आगे लेकर चल रहे हैं. आज मेरी इस दुकान में स्टील, अलमुनियम, पीतल व तांबा के बर्तन बिक रहे हैं. उन्होंने बताया कि तांबा के बर्तनों की मांग कम है, लेेकिन धनतेरस पर स्टील, पीतल व अलमुनियम के बर्तनों की बिक्री ठीक ठाक हो जाती है. पीतल के बर्तन 800 रुपये केजी के हिसाब से बिक रहे हैं. इनमें 25 रुपये के अगरदान से 5000 तक के बड़े बर्तन यशामिल हैं. अलमुनियम केक बर्तन 300 रुपये केजी के हिसाब से बिक रहे हैं. डेक्ची, पतीले, कढ़ाही ढक्कन आदि शामिल हैं. तांबे के बर्तन 1000 रुपये किलो के हिसाब से बिक रहे हैं. ग्लास, जग, बोतल किलो के हिसाब से बिक रहे हैं. छोटा ग्लास 150 रु, जग 600 रु, बोतल 600 रु के हिसाब से बिक रहे हैं. वहीं स्टील के ड्रम 300 से 1500 रुपये, बर्तन सेट 500 से 700 रुपये, बाल्टी 100 से 600 रुपये, दुध के केन 150 से 750 रुपये के हिसाब से बिक रहे हैं.
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