Ranchi : मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना यात्रा का आज से शुभारंभ हो रहा है. सरकार के विभागीय मंत्री बेबी देवी, कृषि मंत्री दीपिका सिंह पांडेय और विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन के नेतृत्व में यह यात्रा 23 सितंबर को गढ़वा के बंशीधर नगर, रमना और मेराल जायेगी. वहीं 24 सितंबर को गढ़वा, मझियांव, हैदरनगर, हुसैनाबाद, छतरपुर, नावा मोड़ पाटन, दलित छात्रावास से डाल्टनगंज तक और 25 सितंबर को मेदिनीनगर, सतबरवा, बकोरिया, लातेहार, चंदवा, बालूमाथ, हेरहंज और पांकी में मंईयां सम्मान यात्रा निकाली जायेगी. इस यात्रा के दौरान कई आम सभाएं और अन्य कार्यक्रम भी आयोजित होंगे, इन कार्यक्रमों के माध्यम से बेबी देवी, दीपिका और कल्पना महिलाओं से सीधा संवाद कर उनका आभार जतायेगी.
मुख्यमंत्री का संकल्प, आधी आबादी का सशक्तिकरण
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्य की आधी आबादी का सशक्तिकरण करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. राज्य की महिलाएं पूरे मान-सम्मान और स्वाभिमान के साथ जिंदगी जी सकें और आगे बढ़ सकें, इसके लिए राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है. इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने एक ऐतिहासिक निर्णय लेते हुए झारखंड मुख्यमंत्री मंइयां सम्मान योजना की शुरुआत की है. इस योजना से अब तक रिकॉर्ड 45 लाख महिलाएं और बहन-बेटियां जुड़ चुकी हैं. इस योजना के तहत इन सभी को हर वर्ष 12 हजार रुपये सम्मान राशि दी जायेगी, जिसकी पहली दो किस्त उनके बैंक खाते में डीबीटी के माध्यम से हस्तांतरित की जा चुकी है. मंइयां सम्मान योजना समेत अन्य कल्याणकारी योजनाओं को मिल रही अपार सफलता, लोकप्रियता और समर्थन को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देश पर महिलाओं के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए मंइयां सम्मान यात्रा का शुभारंभ किया जा रहा है.
राज्य की जनता के लिए सरकार लेकर आयी है कई कल्याणकारी योजनाएं
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने अपने अब तक कर साढ़े चार वर्षों के कार्यकाल में आधी आबादी को सशक्त और स्वावलंबी बनाने के लिए कई कदम उठाये हैं. इस कड़ी में 50 वर्ष से अधिक उम्र की सभी महिलाओं, एकल महिला तथा परित्यक्ता को यूनिवर्सल पेंशन स्कीम का लाभ दिया जा रहा है.वहीं, बच्चियों को पढ़ाने की जिम्मेवारी राज्य सरकार उठा रही है. इसके लिए सावित्रीबाई किशोरी समृद्धि योजना से अब तक 9 लाख बच्चियों को जोड़ा जा चुका है. फूलो-झानो आशीर्वाद योजना के तहत महिलाओं को सम्मानजनक आजीविका से जोड़ने के लिए 50 लाख रुपये तक की सहायता राशि दी जा रही है.अब तक 36 हजार महिलाएं इस योजना का लाभ ले चुकी हैं. इसके अलावा अनेकों ऐसी योजनाएं हैं, जिसके जरिये बच्चियों के जन्म से उनके बुढ़ापे तक की जिम्मेदारी सरकार उठा रही है. मुख्यमंत्री का संकल्प है कि राज्य की आधी आबादी को इतना सशक्त बनायें कि वे पूरे मान-सम्मान के साथ आगे बढ़ें और अपने साथ राज्य के विकास में भागीदार बने.