- दस साल दो महीने बाद जेल से निकला राजकुमार गुप्ता
- राजकुमार गुप्ता ने किया था खुलासा, योगेंद्र साव ने बनाया था टाइगर गिरोह
Ranchi : झारखंड के पूर्व मंत्री योगेंद्र साव द्वारा बनाये गये नक्सली संगठन टाइगर का सरगना राजकुमार गुप्ता दस साल बाद जेल से बाहर निकला. राजकुमार गुप्ता को हाईकोर्ट से जमानत मिली थी. वह अपहरण के एक मामले में सजा काट रहा था. जय प्रकाश नारायण केंद्रीय कारागार हजारीबाग से वह शुक्रवार को सुबह बाहर आया. साल 2013-14 में राजकुमार गुप्ता ने बयान दिया था. उनके इस बयान से खुलासा हुआ था कि झारखंड के तत्कालीन कृषि मंत्री झारखंड टाइगर ग्रुप के मुख्य संचालनकर्ता हैं. इसके बाद हेमंत कैबिनेट से योगेंद्र साव को इस्तीफा देना पड़ा था.
राजकुमार ने किया था खुलासा, योगेंद्र साव के साथ उनके रिश्तदारों का मिलता था सहयोग
साल 2013-14 में झारखंड टाइगर ग्रुप का पतरातू से लेकर लातेहार तक रंगदरी, लेवी और धमकी का खौफ चलता था. गिद्दी पुलिस द्वारा राजकुमार गुप्ता को पकड़ने के बाद गिरोह के पूरे नेटवर्क,संचालन और सहयोग करने वालों का खुलासा हुआ था. राजकुमार ने अपने बयान में यह स्वीकार किया था कि झारखंड सरकार के तत्कालीन कृषि मंत्री के इशारे पर वह घटनाओं को अंजाम देता है,जिसमें इनके भाई व अन्य रिश्तेदार सहयोग करते हैं. इस खुलासे से झारखंड के हेमन्त सरकार की काफी किरकिरी हुई थी.योगेंद्र साव को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था. मामले को लेकर गिद्दी थाना में मामला दर्ज किया गया था. बाद में इसकी जांच अपराध अनुसंधान विभाग ने भी किया था,जिसमें यह इसके बयान की पुष्टि भी हुई थी कि योगेंद्र साव इसके लगातार संपर्क में रहे हैं. मामले का ट्रायल फिलहाल रांची कोर्ट में चल रहा है.