सेंकेड ईयर के स्टूडेंट डॉक्टर करण जैन को भी हिरासत में लिया
NewDelhi : केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने नीट-यूजी पेपर लीक मामले में पटना एम्स के तीन डॉक्टरों को हिरासत में लिया है. सीबीआई के अधिकारी तीन डॉक्टरों से पूछताछ कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार, सीबीआई को शक है कि तीनों डॉक्टर सॉल्वर्स गैंग से जुड़े है. इसी आधार पर सीबीआई ने तीनों डॉक्टरों को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गयी. जिन डॉक्टरों की गिरफ्तारी हुई है, वो 2021 बैच के हैं. इनमें डॉक्टर चंदन सिंह, कुमार शानू और राहुल आनंद शामिल हैं, सीबीआई ने तीनों डॉक्टरों का कमरा भी सील कर दिया है. साथ ही उनका लैपटॉप और मोबाइल भी जब्त कर लिया है. इसके अलावा सीबीआई ने एक सेंकेड ईयर के स्टूडेंट डॉक्टर करण जैन को भी हिरासत में लिया है. एम्स पटना के निदेशक जीके पॉल ने बताया कि नीट पेपर लीक मामले में सीबीआई पटना एम्स से चार छात्रों को पूछताछ के लिए अपने साथ ले गयी है. छात्र अभी भी वहीं हैं, वे वापस नहीं आये हैं.
VIDEO | The CBI has taken away four students with them for questioning from AIIMS Patna in connection with NEET paper leak case. Here's what Director of AIIMS Patna, GK Paul said informing about it.
"The CBI has taken away four students with them. A team had come. We cooperated… pic.twitter.com/q5xjCsz2OJ
— Press Trust of India (@PTI_News) July 18, 2024
सीबीआई ने नीट-यूजी का प्रश्नपत्र चुराने वाले पंकज कुमार को पटना से किया था गिरफ्तार
बता दें कि सीबीआई ने राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान जमशेदपुर के 2017 बैच के सिविल इंजीनियर पंकज कुमार उर्फ आदित्य को मंगलवार को पटना से गिरफ्तार किया था. आरोप है कि बोकारो निवासी पंकज कुमार ने हजारीबाग में राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) के ट्रंक से नीट-यूजी का प्रश्नपत्र चुराया था. अधिकारियों के मुताबिक, सीबीआई ने राजू सिंह नामक व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया है, जिसने कथित तौर पर पेपर चुराने में कुमार की मदद की थी. राजू सिंह को हजारीबाग से गिरफ्तार किया गया था.
सीबीआई ने इस मामले में छह प्राथमिकी की है दर्ज
मालूम हो कि मेडिकल प्रवेश परीक्षा में कथित अनियमितताओं की जांच कर रही सीबीआई ने छह प्राथमिकी दर्ज की है. बिहार में दर्ज प्राथमिकी प्रश्नपत्र लीक होने से संबंधित है. जबकि गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र में दर्ज शेष प्राथमिकी अभ्यर्थियों के स्थान पर किसी और के परीक्षा देने और धोखाधड़ी से संबंधित हैं. केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के संदर्भ के आधार पर एजेंसी की अपनी प्राथमिकी, नीट-स्नातक 2024 में कथित अनियमितताओं की ‘व्यापक जांच’ से संबंधित है. नीट-यूजी का आयोजन एनटीए सरकारी और निजी संस्थानों में एमबीबीएस, बीडीएस, आयुष और अन्य संबंधित चिकित्सा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए करता है. इस साल यह परीक्षा पांच मई को 571 शहरों के 4,750 केंद्रों पर आयोजित की गयी थी, जिनमें 14 विदेशी शहर भी शामिल थे. इस परीक्षा में 23 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए थे.
Leave a Reply