Latehar: बनहरदी गांव के लोगों ने एनटीपीसी कंपनी को कोयला खदान खोलने के लिए अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं दिया. जानकारी के अनुसार अंचल अधिकारी जयशंकर पाठक और एनटीपीसी के अधिकारियों का काफिला कोयला खदान खोलने के लिए फॉरेस्ट जमीन का अनापत्ति प्रमाणपत्र लेने के लिए बनहरदी गांव पहुंचे थे. अधिकारियों के बातों को सुनने के बाद गांव के लोगों ने उनकी बातों को सिरे से खारिज कर दिया. कहा कि जमीन हमारी है. हम सभी जमीन बेचना नहीं चाहते हैं. आपलोग इसका दाम तय कर लिये, ऐसा नहीं होगा.
हमारी जमीन के अंदर अरबों का कोयला पड़ा हुआ हैः ग्रामीण
कुछ ग्रामीण यह कहते हुए सुने गए कि कंपनी वाले सभी चीजों का मूल्य निर्धारण कर उसका हर्जाना मुआवजा देने की बात करते हैं, पर हमारी जमीन के अंदर अरबों का कोयला पड़ा हुआ है. इसका मूल्य देने की बात क्यों नहीं करते हैं. बताया जाता है कि बनहरदी गांव में ग्रामसभा होती है. गांव के बहुत से लोग बैठक में हिस्सा लेते हैं, पर इसकी जानकारी जानकारी ग्राम प्रधान इन्द्रदेव उरांव को नहीं होती है. ग्राम प्रधान भी इधर उधर की बातों को सुनकर ही बैठक में शामिल होते हैं. बैठक में शामिल सभी लोगों ने एक आवाज में कहा कि पहले हमारी जमीन का कागजात दुरुस्त करें. फिर अनापत्ति प्रमाणपत्र प्राप्त करने की सोचें. अभी हमलोग अनापत्ति प्रमाणपत्र नहीं देंगे.
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