NewDelhi : राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने आज 16 दिसंबर, विजय दिवस पर भारतीय सेना के बलिदान को याद किया. बता दें कि पूरा देश आज 1971 की जंग में मिली जीत को याद कर रहा है. 1971 की जंग में भारतीय सेना से पाकिस्तानी सेना को मात देते हुए उन्हें सरेंडर करवाया था और आज के बांग्लादेश को आजादी दिलाई थी. भारतीय सेना के समक्ष 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों को सरेंडर किया था, जो सेंकेंड वर्ल्ड वॉर के बाद सबसे बड़ी संख्या थी. देश के प्रधानमंत्री मोदी ने 1971 के जंग में शामिल जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
President Droupadi Murmu tweets, “On Vijay Diwas, I pay homage to our valiant soldiers who displayed indomitable courage during the 1971 war, securing victory for India…” pic.twitter.com/spnpZ5HSqF
— ANI (@ANI) December 16, 2024
Today, on Vijay Diwas, we honour the courage and sacrifices of the brave soldiers who contributed to India’s historic victory in 1971. Their selfless dedication and unwavering resolve safeguarded our nation and brought glory to us. This day is a tribute to their extraordinary…
— Narendra Modi (@narendramodi) December 16, 2024
“Their selfless dedication, unwavering resolve brought glory to us,” PM Modi pays tribute to soldiers on Vijay Diwas
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#PMModi #Vijaydiwas pic.twitter.com/hYSHoZ06nA— ANI Digital (@ani_digital) December 16, 2024
#WATCH | Delhi: Defence Minister Rajnath Singh lays wreath at the National War Memorial, on the occasion of #VijayDiwas
Vijay Diwas is celebrated every year across the country on December 16 to commemorate the victory of the Indian armed forces in the Indo-Pakistan war of 1971. pic.twitter.com/emqDcCNeRf
— ANI (@ANI) December 16, 2024
#WATCH | Delhi: MoS Defence Sanjay Seth lays wreath at the National War Memorial, on the occasion of #VijayDiwas
Vijay Diwas is celebrated every year across the country on December 16 to commemorate the victory of the Indian armed forces in the Indo-Pakistan war of 1971. pic.twitter.com/4C43Crc7EI
— ANI (@ANI) December 16, 2024
#WATCH | West Bengal: Flowers showered from helicopters at the Vijay Smarak, Fort William, Army HQ Eastern Command in Kolkata, on the occasion of #VijayDiwas
Vijay Diwas is celebrated every year across the country on December 16 to commemorate the victory of the Indian armed… pic.twitter.com/JDFVvgR5cd
— ANI (@ANI) December 16, 2024
#WATCH | Maharashtra: Officers of the Indian Army lay a wreath at Shaheed Smarak, Colaba Military Station in Mumbai, on the occasion of #VijayDiwas
Vijay Diwas is celebrated every year across the country on December 16 to commemorate the victory of the Indian armed forces in… pic.twitter.com/re6YECWMEU
— ANI (@ANI) December 16, 2024
हम बहादुर सैनिकों के साहस और बलिदान का सम्मान करते हैं
पीएम मोदी ने एक्स पर पोस्ट किया. आज विजय दिवस पर हम उन बहादुर सैनिकों के साहस और बलिदान का सम्मान करते हैं जिन्होंने 1971 में भारत की ऐतिहासिक जीत में योगदान दिया. उनके निस्वार्थ समर्पण और अटूट संकल्प ने हमारे देश की रक्षा की और हमें गौरव दिलाया. यह दिन उनकी असाधारण वीरता और उनकी अडिग भावना को श्रद्धांजलि है. उनका बलिदान हमेशा पीढ़ियों को प्रेरित करेगा और हमारे देश के इतिहास में गहराई से समाया रहेगा.
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विजय दिवस पर भारत के बहादुर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. इस दिन को याद करते हुए ट्वीट किया, आज विजय दिवस के खास मौके पर देश भारत के सशस्त्र बलों की बहादुरी और बलिदान को सलाम करता है. उनके अटूट साहस और देशभक्ति ने सुनिश्चित किया कि हमारा देश सुरक्षित रहे. भारत उनके बलिदान और सेवा को कभी नहीं भूलेगा.
भारतीय सेना ने शेयर किया वीडियो
भारतीय सेना ने आज एक वीडियो शेयर किया, जिसमें भारतीय सेना के जीत की झलकियां दर्शायी गयी है. इंडियन आर्मी के एक्स हैंडल पर एक मैसेज भी लिखा गया है. विजय दिवस 1971 के युद्ध में पाकिस्तान पर भारतीय सशस्त्र बलों की निर्णायक जीत का प्रतीक है, एक ऐसी जीत जिसने भारत के सैन्य इतिहास को नया आकार दिया और एक नए राष्ट्र बांग्लादेश को जन्म दिया, जबकि पाकिस्तान के लोगों पर लगातार अत्याचार और क्रूरता को समाप्त किया.
93,000 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया
भारतीय सेना ने लिखा कि केवल 13 दिनों में, भारतीय सशस्त्र बलों ने रणनीतिक प्रतिभा, असाधारण बहादुरी और अटूट संकल्प का प्रदर्शन किया, जिसके कारण 93,000 से अधिक पाकिस्तानी सैनिकों को पूरी तरह से परास्त किया गया और अब तक के सबसे बड़े सैन्य आत्मसमर्पण में से एक हुआ. यह तारीख भारत की अपने मित्रों के प्रति प्रतिबद्धता और अपने दुश्मनों के लिए एक दृढ़ चेतावनी के रूप में कार्य करती है.पश्चिम बंगाल के कोलकाता में विजय दिवस के अवकप पर विजय स्मारक, फोर्ट विलियम, सेना मुख्यालय पूर्वी कमान पर हेलीकॉप्टरों से फूलों की वर्षा की गयी. महाराष्ट्र के मुंबई में भी सेना ने विजय दिवत मनाया.