Ranchi: राज अस्पताल रांची में जाने माने लप्रोस्कोपिक, गैस्ट्रो एवं लेज़र सर्जन डॉ. आशीष कुमार मोदी के नेतृत्व में ASI-झारखंड चैप्टर के सहयोग से LASER PROCTOLOGY पर हाथों-हाथ प्रशिक्षण के लिए एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इस कार्यशाला में झारखंड एवं बिहार के जाने माने सर्जन्स ने हिस्सा लिया. जिसमे रामगढ के डॉ. अनुज पंकज खाखा एवं डॉ. दिनेश कुमार, भागलपुर से डॉ. अमरेंद्र कुमार, बिहार शरीफ से डॉ. राजीव रंजन झा, जमशेदपुर से डॉ. मोहम्मद असरफ अली व हज़ारीबाग़ से डॉ. सुमेघा राणा उपस्थित थे.
लेजर प्रोक्टोलॉजी से मरीज जल्दी ठीक होता है
बता दें कि लेज़र प्रोक्टोलॉजी एक तकनीक है, जो लेज़र एब्लेशन का उपयोग करके निचले मलाशय और गुदा से संबंधित बीमारियों के उपचार को संदर्भित करता है. लेज़र एब्लेशन बिना दर्द या रक्तस्राव के ऊतकों के प्रभावित क्षेत्रों का सटीक उपचार करने के लिए एक उच्च-ऊर्जा लेज़र का उपयोग करता है. यह प्रक्रिया छोटे से चीरे की सहायता से होती है. जिससे की मरीज शीघ्रता से ठीक होता है. लेजर प्रोक्टोलॉजी सर्जरी में उच्च सफलता दर और न्यूनतम या दुर्लभतः जटिलताएं होती हैं. इसलिए मरीज इसका लाभ लेना चाहते हैं.
डॉ. आशीष कुमार मोदी, जो राज्य में लेजर प्रोक्टोलॉजी के अग्रणी हैं, ने राज अस्पताल में 8 मरीजों की लाइव सर्जरी की और सुरक्षित लेजर सर्जरी करने के तरीकों के बारे में चिकित्सकों को प्रशिक्षित किया. अपने व्याख्यान के दौरान, उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे लेजर सर्जरी ने ओपन सर्जरी की तुलना में कम जटिलताएं और इलाज के बाद मरीज के जल्दी ठीक होने के कारण मरीजों के जीवन को आसान बना दिया है. राज अस्पताल, रांची के चिकित्सा निदेशक डॉ. बीरेंद्र कुमार ने इस व्यावहारिक प्रशिक्षण की सराहना की साथ ही लेजर तकनीक से सर्जरी पर भविष्य में राज अस्पताल में और भी कार्यशालाओं का आयोजन करने के बारे में भी कहा. उन्होंने बताया कि अस्पताल में नवीनतम चिकित्सा प्रौद्योगिकियों और उपकरणों को शामिल करके, हमारा लक्ष्य राज्य में उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को बढ़ाना है.
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